रायपुर – रायपुर से बीजेपी की महापौर प्रत्याशी मीनल चौबे की जीत लगभग तय हो गई है। रायपुर नगर निगम चुनाव के लिए वोटों की गिनती जारी है। बीजेपी प्रत्याशी मीनल चौबे को अब तक 1 लाख 25 हजार से ज्यादा वोट पड़ चुके हैं। कांग्रेस मेयर प्रत्याशी दीप्ति दुबे 70 हजार से ज्यादा वोट से पीछे चल रही हैं।
चुनाव के प्रचार के दौरान मीनल ने कहा था कि शहर की प्रथम नागरिक अगर महिला रहेगी तो निश्चित रूप से महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिलेगा. महिलाओं का सर्वांगीण विकास का प्रयास करेंगे.
इसके अलावा, 3 वार्डों में बीजेपी के पार्षद प्रत्याशी जीत चुके हैं। इसके अलावा कांग्रेस से पार्षद प्रत्याशी एजाज ढेबर और उनकी पत्नी अपने-अपने वार्ड में आगे चल रहे हैं। रायपुर नगर निगम में भाजपा का खाता खुला वार्ड नंबर 9, मोती लाल नेहरू वार्ड- बीजेपी के गोपेश साहू 55 वोट से जीते वार्ड नंबर 7, कुशाभाऊ ठाकरे वार्ड से- भाजपा खेमकुमार सेन जीते वार्ड-10, रानी लक्ष्मीबाई वार्ड से भाजपा प्रत्याशी देवदत्त द्विवेदी जीते। जानें मीनल चौबे की सियासी सफर मीनल चौबे की गिनती तेजतर्रार महिला नेत्री के रूप में होती है। वो तीन बार बीजेपी पार्षद रह चुकी हैं। वो रायपुर नगर निगम में निर्वतमान नेता प्रतिपक्ष और सीनियर पार्षद हैं।
स्नातक की शिक्षा प्राप्त 53 वर्षीय मीनल संगठन में भी सक्रिय रही हैं। उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से छात्र राजनीति में कदम रखा। वो लूना पर सवार होकर कॉलेज की छात्राओं की मांग को लेकर हर जगह डटे रहती थीं। आंदोलन, धरना-प्रदर्शन के रूप में भाजपा महिला मोर्चा में लगातार सक्रिय रही हैं। पिछले दो दशक से राजनीति में सक्रिय मीनल बीजेपी जिला की कमान संभालने से लेकर प्रदेश पदाधिकारी का दायित्व निभा चुकी हैं। हर चुनाव में अपने वार्ड से भाजपा को काफी बड़े अंतर से लीड दिलाने में सफल रही हैं।
बीजेपी की जीत के कारण
1. विष्णु के नेतृत्व पर जनता ने जताया भरोसा
2. विष्णु के सुशासन और ठोस निर्णयों ने जीता जनता का विश्वास
3. मुख्यमंत्री ने अपनी कार्यकुशलता से सरकार और संगठन में बेहतर तालमेल स्थापित करने में सफलता प्राप्त की
4. बीजेपी ने स्थानीय निकायों में दिए बेहतर प्रत्याशी
5. कांग्रेस की अंदरूनी गुटबाजी ने राह की आसान