प्रयागराज – महाकुंभ के मौके पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उड़ रही है. देश के कोने-कोने से लोग महाकुंभ में पहुंच रहे हैं. जिसे देखते हुए बीते कई दिनों से शहर में भारी वाहनों की एंट्री पर रोक लगा दी गई है. लेकिन अब इसका असर भी दिखाई देने लगा है. शहर में अब जरुरी सामान की कमी हो रही है. पेट्रोल-डीजल से लेकर खाने-पीने के सामने व अन्य खाद्य पदार्थों की सप्लाई नहीं हो पा रही है. ऐसे में आने वाले दिनों में तमाम जरूरी सामान के साथ खाद्य पदार्थों की भी कमी हो सकती है.
प्रयागराज में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए शहर में भारी वाहनों की एंट्री पर रोक लगा दी गई है. जिसकी वजह से जिले की सीमा पर ही भारी मालवाहक वाहनों की लंबी-लंबी कतारे लग गई हैं. कई टैंकर रास्ते में जाम में फंस गए हैं. जिसकी वजह से ये वाहन भी शहर तक सामानों को नहीं पहुंचा पा रहे हैं. आलम ये है कि अब शहर में पेट्रोल डीजल की कमी हो रही है. कई पेट्रोल पंप खाली हो गए हैं तो वहीं लोगों को पेट्रोल पंप से खाली हाथ लौटना पड़ रहा है.
शहर में पेट्रोल-डीजल कमी
स्थानीय लोगों के लिए परेशानियां और बढ़ गई हैं. पेट्रोल-डीजल की कमी की वजह से उनके वाहन ठप हो गए हैं जिसके चलते उन्हें आने-जाने में भी खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. पेट्रोल पप मालिकों का कहना है कि टैंकर रास्ते में जाम में फंसे होने की वजह से यहां तक नहीं पहुंच पा रहे हैं. परेशानी सिर्फ पेट्रोल और डीजल तक ही सीमित नहीं है अब कच्चे माल की कमी भी हो रही है.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी उठाए सवाल
सपा अध्यक्ष अकिलेश यादव ने भी कुंभ में परेशान हो रहे श्रद्धालुओं को लेकर प्रशासन पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि जाम की वजह से लोगों को न तो खाने-पीने का सामान मिल पा रहा है और न ही अन्य कोई सुविधाएं. लोग एक जगह से दूसरी जगह भटकने को मजबूर हैं.
प्रयागराज स्थित नैनी औद्योगिक क्षेत्र में माल वाहक वाहनों के नहीं आ पाने के वजह से उद्योगों में कच्चा माल नहीं पहुंच पा रहा है, जिससे उद्यमियों में निराश देखने को मिल रही है. उन्होंने इस संबंध में ट्रैफिक पुलिस और तमाम बड़े अधिकारियों से भी गुहार लगाई है कि इस समस्या से किसी तरह निजात दिलाई जाए ताकि उनकी मालवाहक गाड़ियां उद्योगों तक आ सकें और उन्हें कच्चा माल मिल सके.
भीड़ के चलते खाद्यान्न संकट भी बढ़ा
महाकुंभ में उमड़ने वाली भीड़ के साथ अब खाद्यान्न संकट भी गहराता जा रहा है. श्रद्धालुओं के आने से जहां होटल, खाने-पीने की दुकानों पर सामान की मांग में तेजी आई है तो वहीं इन सामानों का आपूर्ति नहीं हो पाने की वजह से अब जरूरी सामान भी नहीं मिल पा रहा है. मालवाहक वाहनों की नो एंट्री से शहर में खाद्यान्न संकट गहरा सकता है. व्यापारियों का कहना है कि उनके आटा, चावल, चीनी से लदे ट्रक खड़े हैं. जिससे ये सामान भी शहर वासियों को नहीं मिल पा रहे हैं.