रायपुर – छत्तीसगढ़ में 14 नवम्बर से शुरू हुए धान खरीदी का सिलसिला अनवरत रूप से जारी है। अब तक के धान खरीदी में पिछले साल का रिकार्ड टूट गया है। पिछले वर्ष 144.92 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई थी। इस वर्ष आज दिनांक तक हुई धान खरीदी का आंकड़ा 147 लाख मीट्रिक टन से पार हो गया है। बता दें की छत्तीसगढ़ में खरीफ वर्ष 2024-25 के लिए धान खरीदी का आज अंतिम दिन है। राज्य सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्य के अनुसार, इस बार 160 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया था। अब तक 147 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान की खरीदी की जा चुकी है और 25 लाख 21 हजार से अधिक किसानों ने अपना धान बेचा है। राज्य सरकार ने 2739 उपार्जन केंद्रों पर धान खरीदी की व्यवस्था की थी। धान खरीदी की प्रक्रिया 14 नवम्बर, 2024 से शुरू हुई थी और आज इसके अंतिम दिन किसानों से धान खरीदी की जा रही है।
धान खरीदी से जुड़ी मुख्य जानकारी
- 160 लाख मीट्रिक टन का लक्ष्य
- 147 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान खरीदी
- 25 लाख 21 हजार से अधिक किसानों ने बेचा धान
- 2739 उपार्जन केंद्रों पर खरीदी
- 14 नवम्बर से शुरू हुई थी खरीदीवहीं दूसरी ओर हाल ही में हुई कैबिनेट बैठक में छत्तीसगढ़ सरकार ने 15 फरवरी तक धान खरीदी के मूल्य के अंतर की राशि किसानों को एकमुश्त देने का फैसला किया है। इसका लाभ राज्य के लगभग 27 लाख किसानों को होगा। सरकार के इस फैसले पर पिछले दिनों उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि हम लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी को पूरा करने का काम कर रहे हैं। राज्य सरकार ने गांव से लेकर शहर तक विकास कार्यों को गति देने का काम कर रही हैं। 3100 रुपए में धान खरीदी हो रही है। महतारी वंदन का पैसा हर महीने मिल रहा है। आवास का निर्माण तेजी से हो रहा है। किसानों को 2 साल का बकाया बोनस दिया गया है।