छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में सोमवार से जारी पिछले 24 घंटे की बारिश की वजह से सभी नदी-नाले उफान पर हैं, सड़कें लबालब हैं तो लोगों के घरों तक में पानी घुस आया है. इससे जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है.
जगदलपुर – छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में सोमवार से जारी पिछले 24 घंटे की बारिश की वजह से सभी नदी-नाले उफान पर हैं, सड़कें लबालब हैं तो लोगों के घरों तक में पानी घुस आया है. इससे जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है.बस्तर में हो रही भारी बारिश के चलते आज रात को इंद्रावती नदी का पानी खतरे के निशान से ऊपर आने की सूचना प्राप्त हुई है जिससे इंद्रावती नदी किनारे का क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति निर्मित होगी । जिसके लिए इंद्रावती नदी किनारे के क्षेत्र के किनारे एरिया में प्रशासन के द्वारा मुनादी कराई जा रही है । प्रशासन के द्वारा उत्कल भवन को राहत शिविर बनाया गया है । जिसमे बाढ़ग्रसित परिवारों को शिफ्ट किया जाएगा । भवन की व्यवस्था को लेकर आयुक्त हरेश मंडावी एवं निगम अमले के साथ निरीक्षण कर वहां की सभी स्थिति को आयुक्त ने व्यवस्थित करने का निर्देश दिया ।
मौसम विभाग और आपदा प्रबधंन ने अगले और 24 घंटे भारी बारिश की चेतावनी दी है. इस चेतावनी ने बस्तर वासियों के साथ ही प्रशासन की भी नींद हराम कर दी है.
अब तक पूरे 24 घंटे की बारिश ने बस्तर को पूरी तरह तरबतर कर दिया है. लोग सड़कों पर आ-जा नहीं पा रहे हैं. बारिश ने इस कदर कहर ढाया है कि लोग अपना घर छोड़ दूसरों के घर में रहने पर मजबूर हैं. भारी बारिश की यह स्थिति बस्तर के सभी सातों जिलों में है.भारी बारिश ने इन्द्रावती नदी सहित बस्तर के सभी नदी-नालों में उफान ला दिया है. जगदलपुर शहर के पास इंद्रावती नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. इस पर बना पुराना पुल कभी भी डूब सकता है.
सुकमा में बारिश से जनजीवन प्रभावित, सड़कों के ऊपर आया पानी, कई गांवों का टूटा संपर्क
सुकमा जिले में लगातार हो रही बारिश का प्रभाव अब देखने को मिल रहा है, जिले भर में नदी नाले उफान पर चल रहे हैं। वहीं कई इलाकों में पानी सड़क के ऊपर से बह रहा है। हालात ऐसे हैं की राष्ट्रीय राजमार्ग 30 पर सड़क के ऊपर से पानी बह रहा है और वहां सुरक्षा के लिहाज से जवानों की तैनाती की गई है। छोटे वाहनों के आवाजाही पर प्रतिबंध भी लगाया गया है। इसके अलावा जगरगुंडा इलाके में पिछले 48 घंटे से सुकमा जिले के लिए आवागमन बाधित नजर आ रहा है ।