बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 4,389.73 अंक या 5.74 प्रतिशत की गिरावट के साथ दो महीने से अधिक के निचले स्तर 72,079.05 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 1,982.45 अंक यानी 8.52 प्रतिशत गिरकर 21,281.45 अंक के निचले स्तर पर पहुंच गया।
2024 के आम चुनाव के नतीजों के बीच शेयर बाजार में चार साल में एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट आई। घरेलू बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी मंगलवार को लगभग 6 प्रतिशत तक गिर गए। चुनाव परिणामों और रुझानों से अब यह साफ हो गया है कि सत्तारूढ़ भाजपा लोकसभा चुनावों में स्पष्ट बहुमत से दूर है।
23 मार्च 2020 के बाद शेयर बाजार में बड़ी गिरावट
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 1,982.45 अंक यानी 8.52 प्रतिशत गिरकर 21,281.45 अंक के निचले स्तर पर पहुंच गया। कारोबार के अंत में यह 1,379.40 अंक या 5.93 प्रतिशत की भारी गिरावट के साथ 21,884.50 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स और निफ्टी में इससे पहले 23 मार्च, 2020 को लगभग 13 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई, उस दिन कोविड-19 महामारी के कारण लॉकडाउन का एलान किया गया था। पीएसयू, सार्वजनिक बैंकों, बिजली, उपभोक्ता वस्तुओं, ऊर्जा, तेल और गैस व पूंजीगत वस्तुओं के शेयरों में भारी मुनाफावसूली के कारण शेयर बाजार ने मंगलवार को गोता लगा दिया।
आम चुनाव के अप्रत्याशित परिणाम ने घरेलू बाजार में डर की लहर पैदा कर दी, जिसने हाल ही में पर्याप्त रैली को उलट दिया। इसके बावजूद, बाजार गठबंधन के भीतर स्थिरता की अपनी उम्मीद को बनाए रखे हुए हैं। गठबंधन का नेतृत्व अब भी भाजपा के पास और पार्टी इस बार के आम चुनाव के नतीजों में भी सबसे अधिक सीटों पर जीत के साथ देश की सबसे बड़ी पार्टी बनी हुई है। जिससे मध्यम अवधि में बाजार में गिरावट में पर्याप्त की दिख सकती है।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, “इस तरह के नतीजों के बाद सामाजिक अर्थव्यवस्था पर ध्यान केंद्रित करने के साथ सरकार की नीति में एक बड़ा बदलाव होने की संभावना है, जिसका ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।”
2014 और 2019 के चुनाव परिणामों के दिन हरे निशान पर बंद हुआ था बाजार
नरेंद्र मोदी सरकार के 16 मई, 2014 को सत्ता में आने के समय सेंसेक्स 261.14 अंक या 0.90 प्रतिशत की बढ़त के साथ 24,121.74 अंक पर बंद हुआ था। वहीं, एनएसई निफ्टी 79.85 अंक या 1.12 प्रतिशत बढ़कर 7,203 पर पहुंच गया था। उस दिन कारोबार के दौरान बीएसई बेंचमार्क सेंसेक्स पहली बार 25,000 अंक तक पहुंचा था।
23 मई 2019 को आम चुनाव के नतीजों के बाद सेंसेक्स 298.82 अंकों या 0.76 फीसदी की गिरावट के साथ 38,811.39 पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी 80.85 अंकों या 0.69 फीसदी की गिरावट के साथ 11,657.05 पर बंद हुआ था। उस दिन बंबई शेयर बाजार का बेंचमार्क पहली बार 40,000 अंक के स्तर को छू गया था जबकि निफ्टी ने उस दिन 12,000 अंक का स्तर पार किया था।
एनटीपीसी 15 प्रतिशत टूटा, एसबीआई 14 प्रतिशत कमजोर हुआ
सेंसेक्स की 30 कंपनियों में एनटीपीसी 15 प्रतिशत से अधिक गिर गए। वहीं भारतीय स्टेट बैंक 14 प्रतिशत से अधिक टूटा। लार्सन एंड टुब्रो में 12 प्रतिशत से अधिक की गिरावट दर्ज की गई। पावर ग्रिड के शेयरों में भी 12 प्रतिशत से अधिक का नुकसान दिखा।
इसके अलावा टाटा स्टील, इंडसइंड बैंक, भारती एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज और जेएसडब्ल्यू स्टील के शेयरों में भी गिरावट दर्ज की गई। मंगलवार के कारोबारी सत्र के दौरान हिंदुस्तान यूनिलीवर 6 फीसदी और नेस्ले 3 फीसदी तक मजबूत हुए। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, एशियन पेंट्स और सन फार्मा के शेयर भी लाभ में रहे। एफएमसीजी को छोड़कर सभी सेक्टोरल इंडेक्स मंगलवार को लाल निशान पर बंद हुए।
लोकसभा चुनाव में मंगलवार को हुई मतगणना के रुझानों ने भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के लिए निराशाजनक परिणाम दिए, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान के अपने गढ़ों में भाजपा को भारी हार का सामना करता दिख रहा है, हालांकि एनडीए को बड़े नुकसान के बावजूद लगभग 290 सीटें मिलने का अनुमान है। इस तरह यह बात भी लगभग साफ ही है कि केंद्र में सरकार एनडीए की ही बनने वाली है वह भी बहुमत के साथ।
एग्जिट पोल अनुमान के बाद निवेशकों ने जो कमाया एक ही दिन में गंवाया
शेयर बाजार के अस्थायी आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को 6,850.76 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। मंगलवार को एशियाई बाजारों में सोल और तोक्यो नुकसान में रहे जबकि शंघाई और हांगकांग लाभ में रहे। यूरोपीय बाजार गिरावट के साथ कारोबार करते दिखे। सोमवार को अमेरिकी बाजार मिले-जुले रुख के साथ बंद हुए। वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 1.88 प्रतिशत की गिरावट के साथ 76.89 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। एग्जिट पोल में लोकसभा चुनाव में भाजपा नीत राजग की भारी जीत के अनुमान के बाद सोमवार को बाजारों में तेजी से उछाल आया।
इससे पहले एग्जिट पोल के आंकड़ों के बाद बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स सोमवार को 2,507.47 अंक या 3.39 प्रतिशत की बढ़त के साथ 76,468.78 अंक की नई ऊंचाई पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सेंसेक्स 2,777.58 अंक या 3.75 प्रतिशत की बढ़त के साथ 76,738.89 अंक के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी सोमवार को 733.20 अंक यानी 3.25 प्रतिशत की बढ़त के साथ 23,263.90 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 808 अंक या 3.58 प्रतिशत की बढ़त के साथ 23,338.70 अंक के नए सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था। ऐसे में सोमवार को निवेशकों ने शेयर बाजार में जो कमाई की वह मंगलवार को नतीजों के बाद एक दिन में ही गंवा दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले गठबंधन के उम्मीद से कम सीटें हासिल करने के संकेत मिलने के बाद मंगलवार को भारतीय रुपये में गिरावट आई। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 0.47% फिसलकर 83.53 पर बंद हुआ। यह पिछले साल फरवरी के बाद से प्रतिशत में रुपये की एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट रही।