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मन की बात में बोले पीएम मोदी – ‘राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा ने देश को एक सूत्र में बांधा’

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नई दिल्ली – साल के पहले मन की बात कार्यक्रम में आज प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों को संबोधित किया। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा दो दिन पहले हम सभी देशवासियों ने 75वां गणतंत्र दिवस बहुत धूमधाम से मनाया। हमारे संविधान को 75 साल पूरे हो रहे हैं। हमारे लोकतंत्र के ये पर्व मदर ऑफ डेमोक्रेसी के रूप में भारत को और सशक्त बनाते हैं। भारत का संविधान काफी मंथन के बाद तैयार हुआ इसी लिए उसे जीवंत दस्तावेज कहा जाता है। ये बहुत दिलचस्प है कि संविधान के तीसरे अध्याय के प्रारंभ में संविधान निर्माताओं ने भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण जी के चित्रों को स्थान दिया था।

‘सामूहिकता की शक्ति ही देश को ऊंचाई पर पहुंचाएगी’
प्रधानमंत्री ने कहा प्रभु राम का शासन, हमारे संविधान निर्माताओं की भी प्रेरणा का स्त्रोत था इसलिए 22 जनवरी को अयोध्या में मैंने देव से देश की बात की थी, राम राष्ट्र की बात की थी। अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा ने देश के करोड़ों लोगों को एक सूत्र में बांध दिया है। सबके हृदय में सबकी भक्ति में राम हैं।’ प्रधानमंत्री ने कहा ‘प्रभु राम का शासन, हमारे संविधान निर्माताओं की भी प्रेरणा का स्त्रोत था इसलिए 22 जनवरी को अयोध्या में मैंने देव से देश की बात की थी, राम राष्ट्र की बात की थी। अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा ने देश के करोड़ों लोगों को एक सूत्र में बांध दिया है। सबके हृदय में सबकी भक्ति में राम हैं। मैंने देश के लोगों से आग्रह किया था कि मकर संक्रांति से 22 जनवरी तक स्वच्छता का अभियान चलाएं। मुझे अच्छा लगा लोगों ने अपने-अपने क्षेत्र के धार्मिक स्थलों की साफ-सफाई की। ये भावना रुकनी नहीं चाहिए, ये अभियान रुकना नहीं चाहिए। सामूहिकता की यही शक्ति है, जो देश को सफलता की नईं ऊंचाई पर पहुंचाएगा।’

गणतंत्र दिवस परेड में महिला शक्ति का किया जिक्र

प्रधानमंत्री ने कहा ‘इस बार 26 जनवरी की परेड अद्भुत रही, लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा परेड में महिला शक्ति को देखकर हुई। जब महिला सैनिकों की टुकड़ी ने कर्तव्य पथ पर कदमताल किया, तो सभी गर्व से भर उठे। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी डेढ़ हजार बेटियां शामिल हुईं। कई झांकियों में भी नारी शक्ति को प्रदर्शित किया गया।’ पीएम मोदी ने अर्जुन अवार्ड  पाने वाले खिलाड़ियों की भी तारीफ। खासकर अर्जुन अवार्ड पाने वाली 13 महिला खिलाड़ियों की पीएम मोदी ने तारीफ की।

प्रधानमंत्री ने महिलाओं के स्वरोजगार समूहों को भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि ‘वो दिन दूर नहीं, जब आपको गांव-गांव में खेतों में नमो ड्रोन दीदियां ड्रोन के माध्यम से खेती में मदद करती दिखाई देंगी।’ प्रधानमंत्री ने यूपी के बहराइच में बायो फर्टिलाइजर और बायो पेस्टिसाइड का इस्तेमाल करने वाली महिला किसानों का भी जिक्र किया।

पद्म सम्मान बना लोगों का अवार्ड
पीएम मोदी ने कहा, ‘इस बार भी ऐसे अनेकों देशवासियों को पद्म सम्मान दिया गया है, जिन्होंने जमीन से जुड़कर समाज में बड़े-बड़े बदलाव लाने का काम किया है। इन प्रेरक लोगों की जीवन-यात्रा के बारे में जानने को लेकर देश-भर में बहुत उत्सुकता दिखी है। मीडिया की सुर्खियों से दूर ये लोग बिना किसी चर्चा के समाज सेवा में जुटे थे। इस बार 2014 की तुलना में 28 गुना ज्यादा Nominations प्राप्त हुए हैं। पद्म सम्मान पाने वालों में हर किसी का योगदान देशवासियों को प्रेरित करने वाला है। पिछले एक दशक में पद्म सम्मान का सिस्टम बदल चुका है। अब यह लोगों का पद्म बन चुका है। पद्म सम्मान देने की व्यवस्था में कई बदलाव हुए हैं और अब इसमें लोगों के पास खुद को नामांकित करने की भी सुविधा है।’

हर्बल औषधियों को लेकर कही ये बात
प्रधानमंत्री ने हर्बल औषधियों पर भी बात की और अरुणाचल प्रदेश की रहने वाली सुश्री यानुंग का जिक्र किया कि किस तरह से यानुंग ने पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली को पुनर्जीवित करने के लिए काफी काम किया। साथ ही छत्तीसगढ़ के वैद्य हेमचंद मांझी की भी तारीफ की। इन दोनों को इस साल पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। प्रधानमंत्री ने रेडियो की ताकत का भी जिक्र किया और छत्तीसगढ़ के लोकप्रिय रेडियो कार्यक्रम हमर हाथी-हमर गोठ का जिक्र किया। इस कार्यक्रम में बताया जाता है कि हाथियों का झुंड जंगल में किस इलाके से गुजर रहा है।

प्रधानमंत्री ने मन की बात कार्यक्रम में नेशनल वोटर्स डे का भी जिक्र किया और सभी लोगों को अपने  मताधिकार के लिए जागरुक होने की अपील की। प्रधानमंत्री ने महान स्वतंत्रता सेनानी लाला लाजपत राय, देश के पहले जनरल फील्ड मार्शल के.एम करियप्पा को भी याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी। पीएम मोदी ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स की भी तारीफ की और बताया कि इससे बड़ी संख्या में खिलाड़ी तैयार हो रहे हैं।

‘सामूहिकता की शक्ति ही देश को ऊंचाई पर पहुंचाएगी’
प्रधानमंत्री ने कहा प्रभु राम का शासन, हमारे संविधान निर्माताओं की भी प्रेरणा का स्त्रोत था इसलिए 22 जनवरी को अयोध्या में मैंने देव से देश की बात की थी, राम राष्ट्र की बात की थी। अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा ने देश के करोड़ों लोगों को एक सूत्र में बांध दिया है। सबके हृदय में सबकी भक्ति में राम हैं।’ प्रधानमंत्री ने कहा ‘प्रभु राम का शासन, हमारे संविधान निर्माताओं की भी प्रेरणा का स्त्रोत था इसलिए 22 जनवरी को अयोध्या में मैंने देव से देश की बात की थी, राम राष्ट्र की बात की थी। अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा ने देश के करोड़ों लोगों को एक सूत्र में बांध दिया है। सबके हृदय में सबकी भक्ति में राम हैं। मैंने देश के लोगों से आग्रह किया था कि मकर संक्रांति से 22 जनवरी तक स्वच्छता का अभियान चलाएं। मुझे अच्छा लगा लोगों ने अपने-अपने क्षेत्र के धार्मिक स्थलों की साफ-सफाई की। ये भावना रुकनी नहीं चाहिए, ये अभियान रुकना नहीं चाहिए। सामूहिकता की यही शक्ति है, जो देश को सफलता की नईं ऊंचाई पर पहुंचाएगा।’

गणतंत्र दिवस परेड में महिला शक्ति का किया जिक्र

प्रधानमंत्री ने कहा ‘इस बार 26 जनवरी की परेड अद्भुत रही, लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा परेड में महिला शक्ति को देखकर हुई। जब महिला सैनिकों की टुकड़ी ने कर्तव्य पथ पर कदमताल किया, तो सभी गर्व से भर उठे। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी डेढ़ हजार बेटियां शामिल हुईं। कई झांकियों में भी नारी शक्ति को प्रदर्शित किया गया।’ पीएम मोदी ने अर्जुन अवार्ड  पाने वाले खिलाड़ियों की भी तारीफ। खासकर अर्जुन अवार्ड पाने वाली 13 महिला खिलाड़ियों की पीएम मोदी ने तारीफ की।

प्रधानमंत्री ने महिलाओं के स्वरोजगार समूहों को भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि ‘वो दिन दूर नहीं, जब आपको गांव-गांव में खेतों में नमो ड्रोन दीदियां ड्रोन के माध्यम से खेती में मदद करती दिखाई देंगी।’ प्रधानमंत्री ने यूपी के बहराइच में बायो फर्टिलाइजर और बायो पेस्टिसाइड का इस्तेमाल करने वाली महिला किसानों का भी जिक्र किया।

पद्म सम्मान बना लोगों का अवार्ड
पीएम मोदी ने कहा, ‘इस बार भी ऐसे अनेकों देशवासियों को पद्म सम्मान दिया गया है, जिन्होंने जमीन से जुड़कर समाज में बड़े-बड़े बदलाव लाने का काम किया है। इन प्रेरक लोगों की जीवन-यात्रा के बारे में जानने को लेकर देश-भर में बहुत उत्सुकता दिखी है। मीडिया की सुर्खियों से दूर ये लोग बिना किसी चर्चा के समाज सेवा में जुटे थे। इस बार 2014 की तुलना में 28 गुना ज्यादा Nominations प्राप्त हुए हैं। पद्म सम्मान पाने वालों में हर किसी का योगदान देशवासियों को प्रेरित करने वाला है। पिछले एक दशक में पद्म सम्मान का सिस्टम बदल चुका है। अब यह लोगों का पद्म बन चुका है। पद्म सम्मान देने की व्यवस्था में कई बदलाव हुए हैं और अब इसमें लोगों के पास खुद को नामांकित करने की भी सुविधा है।’

हर्बल औषधियों को लेकर कही ये बात
प्रधानमंत्री ने हर्बल औषधियों पर भी बात की और अरुणाचल प्रदेश की रहने वाली सुश्री यानुंग का जिक्र किया कि किस तरह से यानुंग ने पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली को पुनर्जीवित करने के लिए काफी काम किया। साथ ही छत्तीसगढ़ के वैद्य हेमचंद मांझी की भी तारीफ की। इन दोनों को इस साल पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। प्रधानमंत्री ने रेडियो की ताकत का भी जिक्र किया और छत्तीसगढ़ के लोकप्रिय रेडियो कार्यक्रम हमर हाथी-हमर गोठ का जिक्र किया। इस कार्यक्रम में बताया जाता है कि हाथियों का झुंड जंगल में किस इलाके से गुजर रहा है।

प्रधानमंत्री ने मन की बात कार्यक्रम में नेशनल वोटर्स डे का भी जिक्र किया और सभी लोगों को अपने  मताधिकार के लिए जागरुक होने की अपील की। प्रधानमंत्री ने महान स्वतंत्रता सेनानी लाला लाजपत राय, देश के पहले जनरल फील्ड मार्शल के.एम करियप्पा को भी याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी। पीएम मोदी ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स की भी तारीफ की और बताया कि इससे बड़ी संख्या में खिलाड़ी तैयार हो रहे है