नई दिल्ली – खालिस्तानी अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद भारत और कनाडा के बीच टकराव जारी है। भारत ने एक बार फिर से कनाडा को आतंकवादी गतिविधियों का केंद्र बताया है।
विदेश मंत्रालय ने क्या कहा ?
मीडिया से बात करते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि अगर कोई देश है जिसे अपनी प्रतिष्ठा पर ध्यान देने की जरूरत है, तो वह कनाडा है। आतंकवादियों, चरमपंथियों के लिए एक सुरक्षित पनाहगाह के रूप में कनाडा की प्रतिष्ठा बढ़ी है। मुझे लगता है कि यह एक ऐसा देश है जिसे अपनी अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा के बारे में चिंता करने की जरूरत है। कनाडा में इस समय आतंकियों को सुरक्षित आश्रय दिया जा रहा है। हम चाहते हैं कि कनाडाई सरकार ऐसा न करे।
प्रवक्ता ने कहा कि आप इस बात से अवगत हैं कि इस समय कनाडा में हमारे उच्चायोग और वाणिज्य दूतावास के कर्मचारी सुरक्षा खतरों का सामना कर रहे हैं। इससे उनका कामकाज भी बंद हो गया है। इसी कारण हमारे उच्चयोग और वाणिज्य दूतावास अस्थायी रूप से वीजा का काम करने में असमर्थ हैं। हम नियमित आधार पर स्थिति की समीक्षा करेंगे।
सुरक्षा प्रदान करना सरकार की जिम्मेदारी
हमारा मानना है कि राजनयिकों को सुरक्षा प्रदान करना मेजबान सरकार की जिम्मेदारी होती है। हम अपने दायित्वों को बहुत गंभीरता से लेते हैं। हम निश्चित रूप से भारत में विदेशी राजनयिकों को सभी सुरक्षा प्रदान करेंगे। हम कनाडा के अधिकारियों से भी उम्मीद करते हैं वे कनाडा में हमारे राजनयिकों के प्रति इसी तरह की संवेदनशीलता दिखाएंगे।