पुलिस और प्रदर्शनकारियों में जमकर झड़प
गरियाबंद – अतिक्रमण के आरोपी की मौत के बाद आदिवासी समाज ने जिला मुख्यालय गरियाबंद में दुसरे दिन फिर तिरंगा चौक पर चक्काजाम कर दिया.चक्काजाम के बाद आदिवासी समाज के सैकड़ों लोग रैली निकाल नारेबाजी करते वन विभाग के घेराव के लिए निकले. वन विभाग के पास पहुंचने के बाद आदिवासी समाज के लोगों ने डीएफओ के खिलाफ नारेबाजी की और आक्रोशित भीड़ ने प्रशासन की ओर से लगाए गए बैरिकेट्स को तोड़ दिए ,इस दौरान आंदोलन कर रहे लोगों और पुलिसकर्मी और वन कर्मियों के बीच झड़प भी हुई. लोगों ने अंदर घुसकर पुलिस और वनकर्मियों के लिए रखी गई कुर्सियों को तोड़ दिया।
घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर गरियाबंद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित तुकाराम कांबले भी पहुंचे और समाज के प्रमुख लोगों से चर्चा कर शांतिपूर्वक आंदोलन करने की बात कही इसके बाद आंदोलनकारी वापस वन विभाग के गेट के सामने जाकर धरने पर बैठ गए और दोषियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर जाम नारेबाजी करते रहे।
क्या है पूरा मामला
विगत 28 अगस्त को गरियाबंद वन मंडल ने गरियाबंद रेंज के झीतरीडूमर निवासी भोजराम को अतिक्रमण के आरोप में गरियाबंद उप जेल में बंद कर दिया था आरोपी की तबियत जेल में बंद किए जाने के दूसरे दिन ही बिगड़ गई जिले में इलाज के बाद उसे रायपुर रेफर कर दिया गया इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई मौत के बाद आक्रोशित आदिवासी समाज ने आज गरियाबंद के तिरंगा चौक में इकट्ठा होकर नेशनल हाइवे को जाम कर दिया समाज के लोगों ने वन विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी उग्र प्रदर्शन कर पीड़ित परिवार को एक करोड़ का मुआवजा और दोषी अफसरों को निलंबित करने की मांग प्रमुखता से किया है