रायपुर – छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में ठगी का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। फर्जीवाड़ा व्यक्तिगत कागजात का दुरूपयोग कर बैंकों में खाता खोलकर फर्जी तरीके से करोड़ों रुपए का लेन-देन का रहे हैं। इसके साथ ही ऑनलाइन सट्टा खिलवाने वाले 1 अन्य आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। बता दें कि इस तरह के मामले में पुलिस ने अब तक कुल 21 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
इसी क्रम में प्रार्थी अरूण जाल ने थाना खमतराई में रिपोर्ट दर्ज कराया है। प्रार्थी की पत्नी संगीता जाल रजत अग्रवाल के घर में काम करती थी। इस वजह से प्रार्थी की पहचान रजत अग्रवाल से हुई। इस दौरान रजत ने अरुण जल को कहा की उसे बैंक खाता की जरूरत है। कुछ दिन लेन-देन करके खाता वापस कर देगा। उस पर जाल ने भरोसा करके अपना पेन कार्ड, आधार कार्ड, पासपोर्ट साइज फोटो दिया। इसके बाद अग्रवाल ने दोनों पति-पत्नी के एफडीएफसी बैंक में खाता खुलवाया। खाता का पासबुक, एटीएम कार्ड अपने पास रखा था। वहीं लाखों रुपय का लेन-देन किया।
कुछ दिनों बाद रजत अग्रवाल ने प्रार्थी को उसके बैंक खाता बंद होने की जानकारी दी। इस दौरान प्रार्थी बैंक में जाकर पूछताछ करने पर उसके खाते में अत्यधिक पैसों का ट्रांजेक्शन होने से बंद करना बताया गया। इसके बाद जाल ने इस लेन-देन के बारे में अग्रवाल से पूछा तो उसने बात टालने की कोशिश की। प्रार्थी को गुमराह किया। इस पर अरूण जाल ने रजत के नाम पर खमतराई थाने में शिकायत की। मामले में पुलिस ने आरोपी रजत अग्रवाल के खिलाफ थाना खमतराई में अपराध क्रमांक 685/23 धारा 420 धारा के तहत रिपोर्ट दर्ज की।