दुर्ग – छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के अंजोरा चौकी क्षेत्र के रसमड़ा से लगे ग्राम गनियारी के पास तालाब किनारे एक युवक की हत्या कर दी गई। अज्ञात आरोपित ने तालाब किनारे स्थित शिव मंदिर से त्रिशूल उठाकर पहले युवक के माथे पर त्रिशूल घोंपा और पास ही पड़ी लकड़ी को उसके सिर और कमर तक रखकर आग लगा दिया। वारदात के बाद आरोपित मौके से फरार हो गया। स्थानीय लोगों ने मंदिर के पास लाश को जलता देखा तो उन्होंने पुलिस को जानकारी दी।
ग्राम गनियारी के शिव मंदिर के पास मिली लाश
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लाश में लगी आग को बुझाया और उसे चीरघर भिजवाया। घटना स्थल के पास ही एल्युमिनियन के प्लेट और बाइक के साइड पैनल व मडगार्ड के टुकड़े मिले हैं। साथ ही एक आधार कार्ड का टुकड़ा भी मिला। हालांकि ये स्पष्ट नहीं हो सका है कि वो आधार कार्ड मृतक का है या आरोपित का। वहीं घटना स्थल को देखकर ऐसी आशंका जताई जा रही है कि चोरी के माल के बंटवारे के चलते हुए विवाद के बाद ये वारदात हुई है। अंजोरा पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
जानकारी के अनुसार दोपहर तीन बजे ग्रामीणों ने शिव मंदिर के पास जलती हुई लाश को देखा। लाश के कमर के ऊपर का हिस्सा पूरी तरह से जल चुका है। इस कारण से उसकी पहचान नहीं हो पा रही है। मृतक की उम्र करीब 35 साल के आसपास होने का अनुमान है। लाश के पास में जो आधार कार्ड का टुकड़ा मिला है वो मोहन नगर दुर्ग निवासी रामचरण चंद्राकर का है और उसकी उम्र भी 37 साल है।
पुलिस ने रामचरण चंद्राकर के घर पर जाकर पतासाजी की तो जानकारी मिली कि वो भी नशेड़ी किस्म का है और कई कई दिनों तक घर नहीं आता है। आरोपित ने एक बड़े से त्रिशूल को उठाकर उसकी खोपड़ी में घोंपा है और उसकी मौत के बाद त्रिशूल को खोपड़ी से निकाला नहीं, बल्कि लाश उसी हालत में लकड़ी डालकर उसे जला दिया। जब पुलिस घटना स्थल पर पहुंची तब लाश जल ही रही थी।
स्थानीय लोगों ने इस बात की भी पुष्टि की है कि रामचरण चंद्राकर अक्सर उसी मंदिर के पास रहता था। उसके साथ कुछ और लोग भी रहते थे। सभी नशेड़ी किस्म के हैं और उनकी गतिविधियां भी संदिग्ध है। हालांकि अभी तक मृतक की पहचान नहीं हो सकी है। पुलिस, मृतक के पहचान का प्रयास कर रही है। साथ ही मंदिर के पास बैठने वालों को भी तलाश रही है। ताकि हत्या की इस गुत्थी को सुलझाई जा सके।