रायपुर – सदन में बेरोजगारी भत्ता के बाद शराब से मौत का मामला भी उठा। नेता प्रतिपक्ष ने जांजगीर के ग्राम रोगदा में तीन लोगों की मौत शराब से होने का मामला उठाया। विपक्ष ने इससे जुड़े कई सवाल विभागीय मंत्री से जानना चाहा, लेकिन जवाब नहीं आया। विभागीय मंत्री कवासी लखमा ने बताया कि विपक्ष जिसे शराब से मौत होना बता रहा है, दरअसल वो दवाई पीकर मरे हैं। जिसके बाद नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि शराब से हुई मौत को दवाई से मौत बताकर सरकार सेना का अपमान कर रही है, क्योंकि इसमें सेना के एक जवान की भी मौत हुई है।
विपक्ष बार-बार इस मामले में सदन की कमेटी की जांच की मांग कर रहा था, जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने अपनी सीट पर खड़े होकर इस प्रकरण में जवाब को अधूरा बताया और मंत्री को निर्देश दिया कि इस मामले में विस्तृत और स्पष्ट उत्तर मंगाकर सदन में कल रखें। जिसके बाद विपक्ष शांत हुआ।
इससे पहले नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने प्रदेश में जहरीली शराब से मौतों का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि जांजगीर इलाके के नवागढ़ ब्लॉक में जहरीली शराब से 3 मौते हुई है, 15 मई 2023 रोगदा गांव में सेना के जवान नंदलाल, सतीश , परस राम साहू की मौत हुई। जिन इलाकों में जहरीली शराब पीने से मौत हुई उस इलाके में कोई अधिकृत सरकारी दुकान नही थी, 3 मौतों का जिम्मेदार कौन है ?इसी बीच शराब घोटाले पर विपक्ष ने तंज कस दिया, जिसके बाद आबकारी मंत्री ने दिया जवाब – मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है, इस मामले में चर्चा नही की जा सकती लिखित में जवाब दिया गया। इसी बीच सवाल का जवाब देने के लिए मोहम्मद अकबर खड़े हुए, जिस पर विपक्ष ने आपत्ति जतायी। विपक्ष की आपत्ति के बाद मंत्री मोहम्मद अकबर अपनी सीट पर बैठ गये। अध्यक्ष चरणदास महंत ने आबकारी मंत्री कवासी लखमा को कहा – सवाल जहरीली शराब से मौत का है, यह मामला सुप्रीम कोर्ट में नही है आप जवाब दीजिए।
विधानसभा मानसून सत्र : विपक्ष का सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव; शराब, नग्न प्रदर्शन पर सदन में हंगामा
अमर उजाला नेटवर्क, रायपुर Published by: मोहनीश श्रीवास्तव Updated Wed, 19 Jul 2023 07:17 PM IST
सार
65 Followersरायपुर
छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र की कार्यवाही दूसरे दिन भी जारी रही। सदन में अनुपूरक बजट पर चर्चा शुरू हुई। इससे पहले विपक्ष सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ले आया। 22 जुलाई को दोपहर 12 बजे से अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू होगी।
छत्तीसगढ़ विधानसभा, रायपुर – फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
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छत्तीसगढ़ विधासभा मानसून सत्र के दूसरे दिन सदन में काफी हंगामा हुआ। प्रश्नकाल के समय सबसे पहले युवाओं के निर्वस्त्र प्रदर्शन पर काफी बहस हुई। इसके बाद शराब घोटाला, बेरोजगारी जैसे अन्य मुद्दों पर भी हंगामा हुआ। इस दौरान उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल के जवाब से विपक्ष ने नाखुश होकर वॉकआउट किया। प्रदेश में बढ़ी बेरोजगारी पर बीजेपी पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने सवाल उठाया। लगभग 33 मिनट तक इस सवाल पर बहस चली है। सदन में शराब से जुड़े मामलों पर भी हंगामा हुआ। विपक्ष ने शराब पर टैक्स, शराब बंदी, जहरीली शराब जैसे कई मुद्दों पर सवाल किए।
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निर्वस्त्र प्रदर्शन पर किसने क्या कहा?
बीजेपी विधायक शिवरतन शर्मा ने निर्वस्त्र प्रदर्शन पर कहा कि यह छत्तीसगढ़ को शर्मसार करने वाली घटना है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि ऐसा स्थिति क्यों बनी? इस पर कांग्रेस मंत्री शिव डहरिया ने पलटवार करते हुए कहा कि यह आप लोगों के द्वारा किए गए पाप हैं। भाजपा शासन में फर्जी नियुक्तियां की, जिसके बाद 15 साल तक भाजपा ने फर्जी काम किए। मंत्री के इस बयान के बाद सदन में मौजूद बीजेपी नेताओं ने सरकार पर जमकर निशाना साधा। बीजेपी विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि इस मामले में दोषी अफसरों पर कार्रवाई करना चाहिए, न कि प्रदर्शनकारी युवाओं पर। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि ‘जो सरकार युवाओं को निर्वस्त्र प्रदर्शन करने पर मजबूर करे, इससे हम सभी शर्मसार हुए हैं’। इस मामले में धर्मजीत सिंह ने कहा कि प्रदर्शनकारियों को तुरंत जेल से रिहा किया जाए और हाई पावर कमेटी से जांच कराई जाए।
विपक्ष की टिप्पणी के बाद आबकारी मंत्री ने कहा – जहरीली शराब से मौत नही हुई। दवाई पीकर मौत हुई है यह डॉक्टर की रिपोर्ट है। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा, वहां का कांग्रेस कार्यकर्ता जहरीली शराब बेच रहा था, यह सब अखबारों की कटिंग है। नेता प्रतिपक्ष ने मौत को लेकर पोस्टमार्टम रिपोर्ट की जानकारी मांगी। कवासी लखमा ने कहा – जो शराब बेच रहा था उस पर कार्रवाई हुई है, वह कांग्रेस का कार्यकर्ता नही भाजपा कार्यकर्ता है। कवासी लखमा ने सदन में फिर बदला अपना जवाब- जो मौत हुई है वह शराब दुकान की शराब से नही मरा है वह जहर पीकर मरा है। विपक्ष ने कहा यह सब सेना के जवान का अपमान है।