रायपुर – छत्तीसगढ़ में इस समय गर्मी अपने चरम पर पहुंच गई है. पिछले कुछ दिनों से लगातार बढ़ रही गर्मी ने प्रदेश के कई हिस्सों में तापमान को 43 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंचा दिया है. सोमवार को राजनांदगांव सबसे गर्म रहा, जहां पारा 43 डिग्री के आसपास दर्ज किया गया. मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले तीन दिन और ज्यादा गर्मी का सामना करना पड़ सकता है.
राजनांदगांव में सोमवार को तापमान 43 डिग्री तक पहुंच गया, जिससे लोग गर्मी से बेहाल हो गए. पूरे दिन तेज धूप और उमस ने हालात को और भी मुश्किल बना दिया. मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की गर्मी इस महीने के आखिरी तक जारी रह सकती है.
राजधानी रायपुर में भी सोमवार को पारा 41.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो सामान्य से 2.2 डिग्री ज्यादा था. इस दौरान दिनभर तेज धूप के साथ-साथ तेज गर्मी महसूस हुई. दोपहर 12 बजे के बाद सूरज की तपिश ने लोगों को ज्यादा परेशान किया. रात का तापमान 25 डिग्री के करीब रिकॉर्ड किया गया. वहीं, बिलासपुर में अधिकतम तापमान 41.4 डिग्री सेल्सियस रहा, जिससे यहां के लोग भी बेहाल रहे.
हालांकि, बस्तर संभाग में कुछ राहत मिलने की संभावना है, क्योंकि इस क्षेत्र में बारिश की संभावना जताई गई है. मौसम विभाग के अनुसार, बस्तर संभाग में आगामी तीन दिनों में बौछारें पड़ सकती हैं. इस बारिश का असर रायपुर संभाग में भी देखा जा सकता है. यह बारिश साइक्लोन सर्कुलेशन और वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के कारण हो रही है, जिसका प्रभाव बस्तर और आसपास के क्षेत्रों में ज्यादा होगा.
मौसम विभाग के मुताबिक, अप्रैल का तीसरा और चौथा सप्ताह छत्तीसगढ़ में ज्यादा गर्मी वाला रहेगा. इस दौरान, हीट वेव की स्थिति बनने की संभावना है, जिससे तापमान और बढ़ सकता है. विशेषज्ञों के अनुसार, इस समय के दौरान तापमान 43-44 डिग्री तक पहुंच सकता है, जो सामान्य से 4-5 डिग्री ज्यादा होगा. ऐसे में, प्रदेश के लोगों को दिन और रात में हीट वेव का सामना करना पड़ सकता है.
गर्मी के इस दौर में स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सलाह है कि लोग अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें. तेज गर्मी से बचने के लिए पानी का अधिक सेवन करना जरूरी है. साथ ही, बाहर जाने से बचें और जब बाहर जाना हो, तो हल्के कपड़े पहनकर, सिर पर टोपी या रुमाल बांधकर और धूप से बचते हुए बाहर जाएं. गर्मी के कारण हीटस्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है, इसलिए शरीर को ठंडा रखने के उपायों पर ध्यान देना बेहद जरूरी है