कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के एक कार्यक्रम में राहुल गांधी ने कहा कि मैं बीजेपी की कमजोरियां को देख सकता हूं. अगर विपक्ष ठीक से गठबंधन करता है तो बीजेपी को हराया जा सकता है.
कैलिफोर्निया – आगामी लोकसभा चुनाव में विपक्षी एकजुटता के महत्व को रेखांकित करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रवासी भारतीयों की एक सभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि यदि विपक्ष ‘ठीक से एकजुट’ हो जाए तो केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी को हराया जा सकता है. राहुल गांधी ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत का हवाला देते हुए कहा कि उनकी पार्टी आगामी लोकसभा चुनावों को लेकर इस संबंध में काम कर रही है और ‘इस पर सही दिशा में आगे बढ़ रही है’.
कार्यक्रम में बोले राहुल गांधी
सांता क्रूज में मंगलवार (30 मई) को कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के सिलिकॉन वैली कैंपस में एक कार्यक्रम में संचालक और दर्शकों के सवालों का जवाब देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी की ‘कमजोरियां’ उन्हें साफ नजर आती हैं. उन्होंने कहा, ”एक राजनीतिक उद्यमी के रूप में, मैं स्पष्ट रूप से बीजेपी की कमजोरियां को देख सकता हूं. अगर विपक्ष ठीक से गठबंधन करता है तो बीजेपी को हराया जा सकता है.”
कर्नाटक में बीजेपी को हराया
राहुल ने कहा, ”अगर आप कर्नाटक चुनाव देखें तो सामान्य समझ यह है कि कांग्रेस पार्टी ने बीजेपी को टक्कर दी और उसे हराया, लेकिन जो बात अच्छी तरह से नहीं समझी गई वह वो तरीका है जिनका हमने इस्तेमाल किया.” उन्होंने कहा कि ‘कांग्रेस पार्टी ने चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरह से अलग दृष्टिकोण अपनाया, कर्नाटक में जीत की नींव ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के जरिये रखी गई’. कर्नाटक की 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए 10 मई को हुए चुनाव में कांग्रेस ने 135 सीटें जीती थीं, जबकि बीजेपी और जेडीएस ने क्रमशः 66 और 19 सीटों पर जीत हासिल की थी.
बीजेपी ने खर्च किया ज्यादा धन
राहुल गांधी ने कहा कि कर्नाटक चुनाव में बीजेपी ने कांग्रेस के मुकाबले 10 गुना ज्यादा धन खर्च किया था. उन्होंने कहा कि देश को 2024 के लोकसभा चुनाव में एकजुट विपक्ष के अलावा, सत्तारूढ़ बीजेपी को हराने के लिए एक वैकल्पिक दृष्टिकोण की भी जरूरत है. पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ”जहां तक विपक्षी एकता की बात है, हम इस दिशा में काम कर रहे हैं और यह सही दिशा में आगे बढ़ रहा है, लेकिन मुझे लगता है कि बीजेपी को हराने के लिए विपक्षी एकता से कहीं ज्यादा की जरूरत है. मेरी राय में सिर्फ विपक्ष की एकता काम करने के लिए काफी नहीं होगी. मुझे लगता है कि आपको बीजेपी के लिए एक वैकल्पिक दृष्टिकोण की जरूरत है.”
उन्होंने कहा कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ इस तरह का दृष्टिकोण बनाने की दिशा में पहला कदम था. यह वह दृष्टिकोण है, जिससे सभी विपक्षी दल जुड़े हैं. कोई भी विपक्षी दल ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के विचार से असहमत नहीं होगा.
एकजुटता के लिए चलाई ‘भारत जोड़ो यात्रा’
‘भारत जोड़ो यात्रा’, भारत को एकजुट करने के मकसद से गांधी के नेतृत्व में चलाया गया जन आंदोलन था. यात्रा 7 सितंबर, 2022 को कन्याकुमारी से शुरू होकर 12 राज्यों से होते हुए 31 जनवरी, 2023 को जम्मू-कश्मीर में समाप्त हुई. उन्होंने कहा, ”मुझे लगता है कि विपक्ष को एक साथ लाना महत्वपूर्ण है, लेकिन विपक्ष को साथ लाना और भारत के लोगों को यह समझाना भी जरूरी है कि विपक्षी दलों का यह सिर्फ एक समूह नहीं है, बल्कि देश को आगे बढ़ाने का एक प्रस्तावित तरीका है और हम उन चीजों पर काम कर रहे हैं.”
पीएम पद को लेकर राहुल ने कही ये बात
एक सवाल के जवाब में केरल के वायनाड के पूर्व सांसद राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार का फैसला कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष करेंगे. अपने संबोधन में राहुल ने भारत में सत्तारूढ़ बीजेपी पर लोगों को ‘धमकाने’ तथा देश की एजेंसियों का ‘दुरुपयोग’ करने का आरोप भी लगाया. उन्होंने कहा कि ‘बीजेपी लोगों को धमका रही है और सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है. ‘भारत जोड़ो यात्रा’ इसलिए शुरू की गई क्योंकि लोगों से जुड़ने के लिए हमें जिन साधनों की जरूरत थी, उन सभी पर बीजेपी- राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का नियंत्रण है’.
राहुल ने कहा कि ‘हम यह भी महसूस कर रहे थे कि राजनीतिक रूप से कार्य करना काफी कठिन हो गया है. इसलिए हमने भारत के सबसे दक्षिणी सिरे से लेकर श्रीनगर तक पदयात्रा का फैसला किया. स्नेह, सम्मान और विनम्रता की भावना से यात्रा की गई. अगर कोई इतिहास को पढ़ेगा तो पाएगा कि गुरु नानक देव जी, गुरु बसवन्ना जी, नारायण गुरु जी सहित सभी आध्यात्मिक नेताओं ने देश को एक समान तरीके से एकजुट किया.
‘भारत वह नहीं है जो मीडिया दिखाता है’
राहुल गांधी ने कहा कि भारत वह नहीं है जो मीडिया में दिखाया जा रहा है, जो एक ऐसे राजनीतिक विमर्श को बढ़ावा देना पसंद करता है, जो वास्तविकता से बहुत दूर है. उन्होंने कहा कि चीजों को ‘बहुत तोड़ा-मरोड़ा जा रहा है’. गांधी ने कहा, ”यात्रा में मेरे लिए यह बहुत स्पष्ट हो गया कि इन चीजों को दिखाना मीडिया के हित में है, जिनसे बीजेपी को मदद मिलती है. इसलिए यह मत सोचिए कि मीडिया में आप जो कुछ भी देखते हैं वह सच है.”
उन्होंने कहा कि ‘भारत वह नहीं है जो मीडिया दिखाता है. मीडिया को एक विशेष कहानी दिखाना पसंद है. वह एक ऐसी राजनीतिक कहानी को बढ़ावा देना पसंद करता है जिसका भारत की वास्तविकता से कोई लेना-देना नहीं है’.
गरीब, अल्पसंख्यक और महिला आरक्षण विधेयक पर कही ये बात
राहुल गांधी ने कहा कि आज भारत में गरीब और अल्पसंख्यक समुदाय के लोग खुद को असहाय महसूस कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि ‘भारतीय एक-दूसरे से नफरत करने में विश्वास नहीं करते. कुछ लोगों का एक छोटा समूह है जो व्यवस्था और मीडिया को नियंत्रित करता है, वह नफरत की आग भड़का रहा है’. महिला आरक्षण विधेयक पर कांग्रेस के रुख के बारे में उन्होंने कहा कि ‘ये एकदम स्पष्ट है. हम विधेयक को पारित कराने को लेकर प्रतिबद्ध हैं. हमें महिलाओं को राजनीतिक व्यवस्था, व्यवसायों और देश चलाने में उनका उचित स्थान देना होगा’.
अमेरिका के तीन शहरों की यात्रा पर राहुल गांधी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी अमेरिका के तीन शहरों की यात्रा के लिए मंगलवार को यहां पहुंचे. इस दौरान वह भारतीय प्रवासियों से बातचीत करने के साथ ही अमेरिकी सांसदों से मुलाकात करेंगे. अमेरिका की यात्रा के दौरान राहुल गांधी को अमेरिकी आव्रजन प्रणाली की समस्या का प्रत्यक्ष अनुभव हुआ. अमेरिकी हवाई अड्डों पर कर्मचारियों की कमी के कारण उन्हें एयर इंडिया की उड़ान में अपने अन्य सह-यात्रियों के साथ करीब दो घंटे तक इंतजार करना पड़ा.
इस दौरान लोग उनके साथ तस्वीर लेते और उनसे सवाल पूछते नजर आए. उन्हें सैन फ्रांसिस्को हवाई अड्डे पर अन्य यात्रियों के साथ बातचीत करते हुए भी देखा गया. ‘इंडियन ओवरसीज कांग्रेस’ के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने पिछले हफ्ते कहा था कि गांधी की यात्रा का मकसद ‘वास्तविक लोकतंत्र’ के साझा मूल्यों और दृष्टिकोण को बढ़ावा देना है.