पूर्व मंत्री और रायपुर दक्षिण के विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने आरक्षण बिल को लेकर सीएम भूपेश बघेल पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि अनपढ़ व्यक्ति के जैसा मुख्यमंत्री का व्यवहार है।
रायपुर – पूर्व मंत्री और रायपुर दक्षिण के विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने आरक्षण बिल को लेकर सीएम भूपेश बघेल पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि अनपढ़ व्यक्ति के जैसा मुख्यमंत्री का व्यवहार है। जिस बिल पर राज्यपाल के हस्ताक्षर नहीं हुए हैं, तब तक वह विधानसभा में भी पारित नहीं हो सकता। न ही नवमीं अनुसूची में जुड़ सकता है। बचपन जैसी बात करके वह गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जब तक इस मामले में सुप्रीम कोर्ट का निर्णय नहीं आ जाता, तब तक 50% या 58% आरक्षण के आधार पर भर्तियां शुरू होनी चाहिए। आरोप लगाया कि यह यह सरकार कंगाल हो चुकी है। इनके पास पैसे नहीं है, इसीलिए बहाना बनाकर नौजवानों के साथ खिलवाड़ कर रही है। छत्तीसगढ़ में 18 लाख युवा रजिस्टर्ड है, लेकिन अभी तक 78 हजार लोगों को बेरोजगारी भत्ता देने का निर्णय लिया गया है। राज्य सरकार लोगों को गुमराह करने का काम कर रही है। सरकार नौजवानों और बेरोजगारों का भला नहीं करना चाहती। आरक्षण नहीं देना चाहती है और ना ही नौकरियां देना चाहती हैं।
‘हेट स्पीच तो मुख्यमंत्री ने दी है, उन पर केस दर्ज हो’
हेट स्पीच मामले पर बीजेपी के वरिष्ठ विधायक ने कहा कि हेट स्पीच तो मुख्यमंत्री ने दी है। उन पर केस दर्ज होना चाहिए। बीजेपी के धमकी-चमकी के सवाल पर कहा कि बीजेपी ना डरी है और ना डरेगी। उन्होंने ने हेट स्पीच मामले में अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि जो अधिकारी गलत काम करेंगे, तो हम उनकी केंद्र सरकार से शिकायत कर अनिवार्य रिटायरमेंट की बात करेंगे।
साढ़े चार साल से घड़ियाली आंसू बहा रहे मुख्यमंत्री
झीरम कांड मामले पर कहा कि साढ़े चार साल से मुख्यमंत्री क्या कर रहे हैं। केवल घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं। यह कांग्रेस के लिए शर्म की बात है कि साढ़े चार साल के बाद भी जिन तथ्यों को लेकर कांग्रेसी घूम रहे थे, उसको अब तक उजागर नहीं कर पाए।