पाण्डुका – जिले के वन परिक्षेत्र पांडुका के अंतर्गत जंगल से लगे ग्राम पंचायत तौरेंगा में एक बार फिर तेंदुए ने एक गाय को अपना शिकार बनाया है। इस जंगल से जंगली जानवरों का परंपरागत शिकार खत्म हो गया है। या कहा जाय की खत्म होने के कगार पर है। और बीते कुछ साल में तेंदुए के संख्या में इजाफा हुआ है। जिस कारण यहा जंगली जानवर अब पालतू मवेशियों को अपना शिकार बना रहे हैं। पांडुका के तौरेंगा गांव का मामला।
मिली जानकारी के अनुसार पांडुका के अंतर्गत जंगल से लगे गांव तौरेंगा में तेंदुए ने एक गाय को अपना शिकार बनाया है। यह पहला मामला नहीं है कि किसी पालतू मवेशी का शिकार बनाया गया हो, अवैध शिकार से पूरी तरह खत्म हो चुके हिरण की प्रजाति इन जंगली जानवर तेंदुए, शेर ,भालू के परम्परा गत शिकार है। पर इंसानी लालच के चलते जंगली जानवरों का शिकार हो रहा है। और जिस कारण जंगली जानवर धीरे-धीरे गांव की ओर रुख कर रहे हैं। और मवेशी को शिकार कर रहे। यह घटना बीती सोमवार रात की है
बता दें कि ग्राम तौरेंगा के मौलीपारा से आधा किलो मीटर दूर जतमई मार्ग में सड़क से 20 मीटर दूरी पर स्थित है। गाय का शिकार किया गया।है। गाय अपनी जान बचाने तेंदुए के साथ भीड़ गई, पर अधेड़ गाय अपनी जान बचाने में कामयाब नहीं हो सकी होगी। तेंदुए ने गाय को अपना निवाला बनाया। देख कर यह अंदाजन लगाया जा सकता है कि यह एक तेंदुआ का काम नहीं हो सकता। क्योंकि आधे से ज्यादा मृत गाय के शरीर को खा चुके हैं। जिससे लगता है कि यह दो तेंदुए का काम हो सकता है। वन परिक्षेत्र पांडुका के सांकरा तौरेंगा दीवना, कुसुमपानी और जतमई के जंगल में तेंदुए की संख्या में इजाफा हुआ है। शिकार हुए मृत मवेशी ग्राम के प्रेमनारायण ध्रुव का खबर मिलते ही संबंधित बिट गार्ड लोकेश श्रीवास, पोस्ट मार्टम करने डॉक्टर व वन चौकीदार सहित मवेशी मालिक और ग्रामीण मौजूद रहे।