बस्तर – छत्तीसगढ़ के बस्तर में नक्सलवाद के खात्मे के लिये बस्तर में नक्सल मोर्चे पर तैनात अर्द्धसैनिक बलों और केंद्र राज्य सरकार के पुलिस अधिकारियों द्वारा समय पर रणनीति में बदलाव किया जाता रहा है, लेकिन नक्सल प्रभावित इलाकों में रहने वाले ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि फोर्स जमीन की लड़ाई के साथ-साथ अब इस इलाके में हवाई बमबारी कर ग्रामीणों को नुकसान पहुंचाने का काम कर रही है. ग्रामीणों ने कहा कि बीते कुछ सालों में हुए हवाई हमले के प्रमाण पेश किए गए हैं. बावजूद इसके फोर्स द्वारा हेलीकॉप्टर से फायरिंग और ड्रोन से बमबारी लगातार जारी है।
ग्रामीणों के मुताबिक सुकमा-बीजापुर जिले की सरहद पर स्थित जब्बागट्टा, मीनागट्टा, कवरगट्टा, भट्टिगुड़ा समेत मोरकोमेट्टा पहाड़ी में ड्रोन से हमला किया गया है। 3 दिन पहले सुबह करीब 6 बजे फोर्स ने भारी संख्या में बम गांव और जंगल में गिराए गए। साथ ही हेलीकॉप्टर से फायरिंग भी की गई है। गांव वालों का आरोप है कि फोर्स की तरफ से की गई इस कार्रवाई में कुछ ग्रामीण घायल भी हुए हैं। जिमनें महिलाएं भी शामिल हैं।
ग्रामीणों ने कहा कि, इलाके के लोग अपने खेतों में काम कर रहे थे। कुछ लोग महुआ बीनने जंगल की तरह गए हुए थे। इसी बीच हवाई हमला किया गया। जिससे सभी अपनी जान बचाकर भागने लगे। किसी तरह सभी अपने-अपने घर में घुसकर जान बचाई। इस हवाई बमबारी से लोग दहशत में हैं। इसलिए अब कोई भी महुआ बीनने या फिर खेत में काम करने नहीं जा रहा।
बता दें कि बस्तर के अंदरूनी इलाकों में पिछले 3 सालों में 4 बार ड्रोन और हेलीकॉप्टर से बम गिराने का आरोप फोर्स पर लगा है। सबसे पहले साल 2021 में हवाई बमबारी का आरोप लगा था। साथ ही कुछ महीने पहले भी एक गांव में बम गिराने की बात ग्रामीणों ने कही थी। नक्सलियों ने भी पर्चा और कुछ तस्वीरें जारी कर बम गिरने का आरोप लगाया था। नक्सलियों ने कहा था कि, फोर्स के हवाई हमले से एक महिला नक्सली की मौत हुई है। जिसकी तस्वीर भी जारी की थी।