पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने रामनवमी के दौरान भड़की हिंसा में प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद देने का वादा किया है.
हावड़ा – पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल के हावड़ा में रामनवमी पर हुई हिंसा के लिए बीजेपी पर हमलावर नजर आईं. उन्होंने शुक्रवार (31 मार्च) को दावा किया कि राम नवमी के दिन हावड़ा में हुई हिंसा के लिए बीजेपी और अन्य दक्षिणपंथी संगठन जिम्मेदार हैं.
सीएम ने वहां के लोगों से इलाके में शांति बनाये रखने की अपील की. रामनवमी के दूसरे दिन भी हावड़ा के शिवपुर में पत्थरबाजी हुई. हालांकि, वहां स्थिति अब नियंत्रण में है.
‘हिंसा के पीछे न तो हिंदू थे और न ही मुस्लिम थे’
सीएम बनर्जी ने एबीपी के बांग्ला समाचार चैनल आनंदा से बातचीत में कहा, ‘‘हावड़ा की घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. हावड़ा में हिंसा के पीछे न तो हिंदू थे और न ही मुस्लिम थे. बजरंग दल और अन्य ऐसे संगठनों के साथ बीजेपी हथियारों के साथ हुई इस हिंसा में शामिल थी.’’
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उन सभी लोगों की मदद करेगी जिनकी संपत्तियों को झड़पों के दौरान नुकसान पहुंचा. मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हावड़ा में बृहस्पतिवार को हुई हिंसा के सिलसिले में 31 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.’’
प्रशासन के एक वर्ग में शिथिलता का दावा करते हुए उन्होंने कहा कि संघर्ष में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.पुलिस के अनुसार हावड़ा में राम नवमी के मौके पर दो समूहों के बीच संघर्ष हो गया.
इस दौरान इलाके में कई गाड़ियों में आग लगा दी गयी और दुकानों में तोड़फोड़ की गयी. जिले के काजीपाड़ा इलाके में और आसपास शुक्रवार को स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में रही. इलाके में बड़ी संख्या में सुरक्षा बल को तैनात किया गया है.
शहर में पश्चिम बंगाल के प्रति केंद्र सरकार के कथित भेदभाव के खिलाफ यहां धरने पर बैठीं मुख्यमंत्री ममता बनर्ती ने अपने 30 घंटे के विस्तारित धरने का समापन करते हुए गुरुवार (30 मार्च) को कहा कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने बार-बार कहा है कि रामनवमी की किसी भी शोभायात्रा को नहीं रोका जाएगा. मैंने इस संबंध में पुलिस को स्पष्ट निर्देश दिए थे. जहां एक समुदाय अन्नपूर्णा पूजा मना रहा है, वहीं दूसरा रमजान के दौरान रोजा रख रहा है.’’
बनर्जी ने कहा, ‘‘उन्होंने (आखिरी समय में) रास्ता क्यों बदला और एक समुदाय को निशाना बनाने और उस पर हमला करने के लिए अनाधिकृत रास्ता क्यों अपनाया. यदि वे मानते हैं कि वे दूसरों पर हमला करेंगे और कानूनी हस्तक्षेप के माध्यम से राहत प्राप्त करेंगे, तो उन्हें पता होना चाहिए कि जनता एक दिन उन्हें नकार देगी.’’
स्थिति शांतिपूर्ण है अब
पश्चिम बंगाल के हावड़ा शहर में काजीपाडा इलाके के आसपास रामनवमी की शोभायात्रा निकाले जाने के दौरान दो समूहों के बीच हुई झड़प के बाद पुलिस की भारी तैनाती के बीच शुक्रवार को इलाके में स्थिति शांतिपूर्ण है. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी.
हावड़ा शहर थाने के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि काजीपाडा के आसपास के विभिन्न इलाकों में रात भर तलाशी अभियान चलाए गए और छापेमारी की गई. झड़प के सिलसिले में अब तक 35 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
उन्होंने बताया कि वीडियो फुटेज के जरिए हिरासत में लिए गए लोगों की पहचान की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इलाके में शांति बहाल करने के लिए भारी बल तैनात किया गया है.
गुरुवार 30 मार्च की शाम रामनवमी की शोभायात्रा निकाले जाने के दौरान दो समूहों के बीच हिंसा हुई थी. शोभायात्रा काजीपाडा इलाके से गुजरने के दौरान ये घटना हुई.
इस दौरान कई दुकानों और ऑटो-रिक्शा में तोड़फोड़ की गई. वहीं कुछ पुलिस वाहनों सहित कई कार में आग लगा दी गई. आग बुझाने के लिए दमकल की चार गाडिय़ों का इस्तेमाल किया गया. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने बल का इस्तेमाल किया.
हालांकि, बीजेपी के वरिष्ठ नेता शुभेंदु अधिकारी ने आरोपों को निराधार बताया. पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अधिकारी ने कहा, ‘‘हिंसा के लिए मुख्यमंत्री और राज्य प्रशासन जिम्मेदार हैं.’’