रायपुर – कलेक्टर दर पर मानदेय करने कि मांग को लेकर छत्तीसगढ़ के सफाई कर्मचारियों का बड़ा प्रदर्शन जारी है. छत्तीसगढ़ अंशकालीन स्कूल सफाई कर्मचारी कल्याण संघ के बैनर तले प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शन के बाद रैली निकालकर 40 हजार सफाई कर्मचारी विधानसभा का घेराव करने निकले. कर्मचारियों ने राज्य सरकार के घोषणा पत्र में किए वादे को पूरा करने की मांग की.
जानकारी देते हुए सफाई कर्मचारियों ने बताया कि, हम लोग सरकारी स्कूलों में 12 वर्षों से सफाई कर्मचारी कार्यरत हैं. कार्य के एवज में 2 हजार से 2400 प्रतिमाह मानदेय भुगतान किया जाता है. पूर्णकालीन कलेक्टर दर पर मानदेय भुगतान करते हुए नियमितीकरण करने का वादा कांग्रेस पार्टी ने 2018 के विधानसभा चुनाव के पहले किया था. लेकिन सरकार के कार्यकाल को 4 वर्ष बीत जाने के बाद भी मांगें पूरी नहीं हो पाई है. 6 मार्च के बजट में केवल 300 रुपए बढ़ाए जाने पर संघ ने सरकार और स्कूल शिक्षा विभाग के प्रति नाराजगी व्यक्त किया गया है.
साथ ही विधायक डॉ रेणु जोगी ने विधानसभा में सवाल किया कि, कलेक्टर दर पर श्रमिक के रूप में वेतन कब से प्रदान किया जाएगा. सवाल के जवाब में शिक्षा मंत्री डॉक्टर प्रेमसाय टेकाम ने निश्चित समय नहीं बताए जाने पर कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है.
इसलिए प्रांतीय आह्वान पर स्कूल सफाई कर्मचारी संघ की मांगों को पूरा कराए जाने को लेकर नया रायपुर तूता स्थित धरना स्थल पर हड़ताल प्रदर्शन करते हुए आक्रोश रैली निकालकर विधानसभा घेराव कर रहे हैं. विधानसभा सत्र के दौरान संघ की मांगों को पूरा किए जाने को लेकर घोषणा नहीं किए जाने पर जून माह से स्कूल सफाई कर्मचारी छत्तीसगढ़ के सभी जिलों से 60 से 65 विधायकों का सहमति, समर्थन पत्र को लेकर पदयात्रा करते हुए रायपुर पहुंचेंगे.