नई दिल्ली – यस बैंक में पैदा वित्तीय संकट को लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप तेज हो गया है. केंद्र सरकार में सत्तारूढ़ भाजपा ने यस बैंक संकट को जहां गांधी परिवार से जोड़ने की कोशिश की, वहीं कांग्रेस ने इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी और वित्त मंत्री को जिम्मेदार ठहराया है.
साथ ही कांग्रेस ने यह कहा है कि उनके कार्यकाल में ही यस बैंक ने सबसे ज्यादा लोन बांटा है.
दोनों ही दलों के बीच यह जुबानी जंग तब शुरू हुई, जब भाजपा के सोशल मीडिया प्रभारी अमित मालवीय ने टाइम्स नाउ की रिपोर्ट का हवाला देते हुए एक ट्वीट किया.
इसमें कहा कि भारत में होने वाली हर वित्तीय गड़बबड़ी के तार गांधी परिवार से जुड़ते हैं. चाहे भगोड़े विजय माल्या का मामला हो, जो सोनिया गांधी के टिकटों को अपग्रेड करवाते थे और मनमोहन सिंह एवं तत्कालीन वित्तमंत्री पी चिदंबरम तक उनकी सीधी पहुंच थी.
राहुल गांधी ने डिफॉल्टर नीरव मोदी की ज्वेलरी शॉप का उद्घाटन किया था और राणा कपूर ने प्रियंका गांधी वाड्रा की पेंटिंग खरीदी है. राणा कपूर यस बैंक के सर्वेसर्वा थे.
इसके बाद कांग्रेस ने इस सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है. कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि प्रियंका गांधी ने एम एफ हुसैन द्वारा बनाई गई अपने पिता की एक पेंटिंग की नीलामी की थी, जिसे कपूर ने दस साल पहले दो करोड़ रुपये में खरीदा. इस खरीदारी के लिए चेक से पेमेंट किया गया था. इसके बाद प्रियंका ने यह जानकारी अपने इनकम टैक्स रिटर्न में भी दी है.
इसके साथ ही उन्होंने पलटवार करते हुए कहा, “क्या मालवीय यह बताएंगे कि साल 2014 के बाद पांच सालों में यस बैंक की लोन बुक में कैसे दो लाख करोड़ की बढ़ोतरी हो गई.” सिंघवी ने कहा कि यस बैंक के लोन बुक में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी नोटबंदी के बाद हुई है.
कांग्रेस ने थर्ड पार्टी वाहन बीमा और जीवन बीमा की प्रीमियम में प्रस्तावित बढ़ोतरी को भी मुद्दा बनाते हुए सरकार पर हमला बोला है, इसे लेकर सरकार के हस्तक्षेप की मांग की है. पीएफ की ब्याज दरों में कमी के प्रस्ताव को लेकर भी कांग्रेस ने केंद्र की मोदी सरकार की आलोचना की है.