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पीएम मोदी ने मां के निधन के बाद जारी रखे कार्यक्रम तो सपा नेता ने हिंदू होने पर उठाए सवाल, फिर ऐसा मिला जवाब

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मां का अंतिम संस्कार करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी फौरन सरकारी कामों में जुट गए। इसी को लेकर समाजवादी पार्टी के नेता ने एक ट्वीट किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबा का आज निधन हो गया। सुबह साढ़े तीन बजे उन्होंने आखिरी सांस ली। नरेंद्र मोदी ने दुख की इस घड़ी में पुत्र धर्म भी निभाया और राजधर्म भी। पहले पीएम मोदी ने अपनी मां को मुखाग्नि दी और फिर सारे सरकारी कार्यक्रम पूरे किए। लेकिन इसके बावजूद भी सोशल मीडिया अकाउंट्स पर बहुत सारी टिप्पणियां शुरू हो गईं। प्रधानमंत्री के सियासी विरोधी इस मौके पर उनपर निशाना साधने से नहीं चूक रहे हैं।
मां का अंतिम संस्कार करके सरकारी काम में जुटे पीएम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां का अंतिम संस्कार एक मिडिल क्लास फैमिली की तरह ही सादगी से सारा कार्यक्रम हुआ। सरकारी अस्पताल में प्रधानमंत्री की मां का इलाज़ हुआ। नगरपालिका के शव वाहन में उनकी अंतिम यात्रा निकाली गई। हीरा बा ने मोदी से अपनी आखिरी इच्छा बताई थी और मोदी ने वो आखिरी इच्छा पूरी की। मां का अंतिम संस्कार करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी फौरन सरकारी कामों में जुट गए। इसी को लेकर समाजवादी पार्टी के नेता आई.पी. सिंह ने  पीएम मोदी और अखिलेश यादव की तस्वीर शेयर करते हुए एक ट्वीट किया। जिसको लेकर राजनीतिक वार-पलटवार भी शुरू हो गया।

सपा नेता बोले- हिंदू कौन हुआ?
दरअसल, समाजवादी पार्टी के नेता आई.पी. सिंह ने पीएम मोदी और अखिलेश यादव की फोटो ट्वीट करते हुए लिखा, “एक वो हिंदू बेटा जिसने सभी हिंदू संस्कारों का मान रखते हुए तेरहवीं तक सब कुछ त्याग पिता की आत्मा को शांति हेतु पाठ किया। एक वो बेटा जो हिंदू संस्कारों को नकारते हुए सूतक में शुभ कार्य प्रतिबंधित होने के बावजूद मां के निधन के उपरांत सरकारी कार्यक्रम में शामिल हुआ। हिंदू कौन हुआ?”

स्वतंत्र देव सिंह ने किया तीखा पलटवार
समाजवादी पार्टी के नेता आई.पी. सिंह के इस ट्वीट पर योगी सरकार में जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने पलटवार करते हुए ट्वीट किया,”देश को परिवार से ऊपर रखने में कुछ गलत है क्या? समाजवादी पार्टी की ओछी मानसिकता समय-समय पर हम सभी के सामने आती रहती है लेकिन मैं मानता हूं कि ऐसे शोक के समय में इतना गिर जाना ठीक नहीं। अखिलेश यादव अपने चापलूसों पर लगाम लगाइये।”

बेहद सादगी से हुआ हीरा बेन का अंतिम संस्कार
देश की जनता और नेता दोनों सोच रहे थे कि प्रधानमंत्री की मां की अंतिम यात्रा निकाली जाएगी तो उनको तोपों से सलामी दी जाएगी। राजकीए सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। हज़ारों की भीड़ आएगी, 50 से ज़्यादा VIP प्लेन अहमदाबाद के रनवे पर उतरेंगे, लेकिन रवने पर उतरा सिर्फ एक प्लेन। प्रधानमंत्री अपनी मां के आखिरी दर्शन करने के लिए घर गए। कोई VIP इंतज़ाम नहीं, कोई हज़ारों की भीड़ नहीं। कोई तोपों की सलामी नहीं।