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भानुप्रतापपुर में हार से बीजेपी में मचा हाहाकार ! क्या अपनी हार नहीं स्वीकार कर पा रही भाजपा?

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रायपुर – भानुप्रतापपुर उपचुनाव के नतीजे आ चुके हैं। कांग्रेस की सीट, कांग्रेस के पास ही रही। चुनावी रस्म के मुताबिक जीत के दावे दोनों पक्षों की तरफ से किए गए थे। प्रचार में जमकर पसीना भी बहाया लेकिन जीत मिली कांग्रेस की सावित्री मनोज मंडावी को, अब तो इस पर बहस खत्म हो जानी चाहिए लेकिन नहीं हुआ। हार पर भाजपा के जिम्मेदार नेताओँ ने सीधे तौर पर सत्तापक्ष पर भाजपा प्रत्याशी की चरित्र हत्या करने का आरोप लगाया, लेकिन यहां भी भाजपा के दिग्गज एक राय नजर नहीं आएं। एक नेता कांग्रेस की जीत के पीछे सहानुभूति की लहर देखते हैं तो दूसरे दिग्गज इसे सरकार का षड़यंत्र करार देते हैं। जवाब में कांग्रेस कह रही है भाजपा अपनी हार पचा नहीं पा रही है। सवाल ये कि क्या वाकई भाजपा में हार से हाहाकार है, क्या साल 2023 से पहले भाजपा के भीतर सब ठीक हो सकेगा ?

भानुप्रतापपुर उपचुनाव में सावित्री मंडावी की जीत के बाद कांग्रेस में जश्न का माहौल है। कांग्रेस नेता जनता-जनार्दन से मिले आशीर्वाद का शुक्रिया अदा कर रहे हैं। ये लगातार पांचवां उपचुनाव है जिसमें कांग्रेस की जीत और बीजेपी की हार हुई है। नतीजे आने के बाद अब पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने आरोप लगाया कि सत्ताधारी कांग्रेस ने षड्यंत्र कर उपचुनाव जीता है। वहीं बृजमोहन अग्रवाल ने उपचुनाव के परिणाम के बाद ट्वीटर सावित्री मंडावी को जीत की बधाई देते हुए लिखा कि भानुप्रतापपुर की जनता ने स्वर्गीय मनोज मंडावी को श्रद्धांजलि दी है। न सिर्फ ट्वीट बल्कि हार के बाद बृजमोहन अग्रवाल ने इस बात का जिक्र किया कि दो ब्लॉक जहां से बीजेपी कभी नहीं हारी, वहां भी हार मिली जिसकी समीक्षा की जरूरत है। यानी एक नेता हार की वजह षड्यंत्र बता रहा है तो दूसरा इसे सहानुभूति की जीत बता रहा है। एक ही पार्टी से अलग-अलग बयान आने पर कांग्रेस भी चुटकी ले रही है कि भानुप्रतापपुर हार को बीजेपी पचा नहीं पा रही है।

फिलहाल ये समीक्षा का विषय है कि भानुप्रतापपुर में बीजेपी से कहां रणनीतिक चूक हुई..वो आदिवासियों को रिझाने में फेल हुई या ब्रह्मानंद नेताम से जुड़ा विवाद हार का कारण बना। ऐसे कई सवाल हैं जिनके जवाब पार्टी हाईकमान को विधानसभा चुनाव से पहले तलाशने होंगे. कुल मिलाकर एक के बाद एक पांचवीं हार के बाद पार्टी नेताओं के अलग-अलग बयान ये बता रहे हैं कि हार के बाद बीजेपी में हाहाकार मचा हुआ है।