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छत्तीसगढ़ में बीजेपी का संगठन पूरा बदला, प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बदलने के बाद मोदी-शाह के करीबी बने नए प्रभारी

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छत्तीसगढ़ बीजेपी की प्रभारी डी पुरंदेश्वरी को हटा दिया गया है। उनकी जगह ओम माथुर को प्रभारी महासचिव बनाया गया है। माथुर को पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का करीबी माना जाता है। पिछले साल यूपी विधानसभा चुनाव में जीत का हीरो भी उन्हें माना जाता है।

रायपुरः छत्तीसगढ़ में बीजेपी एक साल बाद होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारी में अभी से लग गई है। इसकी शुरुआत संगठन में बदलाव से की गई है। छत्तीसगढ़ बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के बाद प्रभारी महासचिव भी बदल दिए गए हैं। डी पुरंदेश्वरी की जगह ओम माथुर को नया प्रभारी महासचिव बनाया गया है। खास बात यह है कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के छत्तीसगढ़ में पैर पड़ते ही यह फैसला लिया गया है।

पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के करीबी माने जाने वाले ओम माथुर इससे पहले गुजरात के प्रभारी रह चुके हैं। पिछले साल उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के दौरान उन्हें प्रभारी बनाया गया था। यूपी की जीत में माथुर का बड़ा योगदान माना जाता है। माथुर आरएसएस के राष्ट्रीय प्रचारक भी रह चुके हैं।

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद जेपी नड्डा आज ही पहली बार छत्तीसगढ़ पहुंचे हैं। रायपुर में कार्यकर्ता सम्मेलन के आयोजन के ठीक बाद पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने पत्र जारी कर नए प्रभारी की नियुक्ति की जानकारी दी। हालांकि, नितिन नवीन अभी भी छत्तीसगढ़ के प्रभारी सचिव बने रहेंगे।

छत्तीसगढ़ आ रहे बीजेपी प्रभारी ओम माथुर, रमन ने बताया शुभ संकेत
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रभारी ओम माथुर पदभार संभालने के बाद पहली बार छत्तीसगढ़ के दौरे पर आ रहे हैं. उनके प्रवास को लेकर सियासत भी शुरू हो गई है. जहां माथुर के प्रवास को लेकर भाजपा में उत्साह है, वहीं कांग्रेस ने उनके आगमन पर तंज कसा है.

प्रभारी ओम माथुर 21 नवंबर को छत्तीसगढ़ प्रवास पर आ रहे हैं. यहां वे कोर कमेटी से लेकर मोर्चा प्रभारियों की बैठक लेंगे. ये बैठक परिचयात्मक होगी. माथुर के प्रवास को लेकर बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह का कहना है कि ओम माथुर का छत्तीसगढ़ आना शुभ संकेत है. गुजरात, राजस्थान जैसे राज्य को लंबे समय से देखा है, बहुत सारे चुनाव का अनुभव है उनको, उन्होंने राजनीति के सारे उतार चढ़ाव देखे हैं. उनका आना छत्तीसगढ़ के लिए सौभाग्य है.

वहीं इसे लेकर कांग्रेस ने तंज कसा है. मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि यहां की जमीन बीजेपी के लिए अनुकूल नहीं है. चाहे वे माथुर जी को ले आएं, चाहे डी. पुरंदेश्वरी को ले आएं, स्मृति ईरानी को ले आएं, जिसको लाना है ले आएं. छत्तीसगढ़ उनके अनुकूल नहीं है

माथुर का कार्यक्रम-

बता दें कि ओम माथुर 21, 22 और 23 नवंबर को तीन दिनों तक लगातार पदाधिकारी, बीजेपी कोर ग्रुप, जिलाध्यक्ष, चुनाव समिति के सदस्यों से मिलेंगे.

21 नवंबर को दोपहर 1.40 बजे वे रायपुर पहुंचेगे.

22 नवंबर को कोर कमेटी, प्रदेश पदाधिकारी, प्रदेश मोर्चा अध्यक्ष, जिला, संभाग अध्यक्षों की बैठक लेंगे.

23 नवंबर को सभी मोर्चा के प्रदेश पदाधिकारियों और सभी प्रकोष्ठों के संयोजक, सहसंयोजकों की बैठक लेंगे.

24 नवंबर को सुबह से दोपहर तक व्यक्तिगत मुलाकात करेंगे.