सांसद संतोष पांडे ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने प्रदेश कांग्रेस की राज्य सभा सांसद रंजीत रंजन पर कार्रवाई की मांग की। कहा कि, सांसद रंजीत रंजन ने नक्सलवादियों के समर्थन में बयान देकर शहीद परिवारों की पीड़ा को बढ़ाया है।
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- रंजीत रंजन के बयान से कांग्रेस सहमत नहीं तो भूपेश बघेल का अब तक इस पर बयान क्यों नहीं आया?
- कांग्रेस पार्टी ने अभी तक रंजीत रंजन पर कार्यवाही क्यों नहीं की?
- क्या नक्सलवादियों ने जो कांग्रेस पार्टी के नेताओं की नृशंस हत्या की, पुलिस बलों को मारा, ग्रामीणों को मारा, रंजीत रंजन का नक्सलियों को लेकर बयान उनके परिवारों को पीड़ा पहुंचाने वाला नहीं है? क्या यह जवानों की शहादत का अपमान नहीं है?
- क्या कांग्रेस नक्सल हिंसा में मारे गए अपने शहीद नेताओं को भूलकर नक्सलियों को चरित्र प्रमाण पत्र बांट रही है?
- कांग्रेस बताये कि कांग्रेस ने नक्सली समर्थक होने की वजह से क्या झीरम घाटी का सच अब तक सामने नहीं आने दिया?
- क्या इसीलिए ही राहुल गांधी ने कांग्रेस के नेताओं की हत्या पर नक्सलियों को क्लीन चिट दी थी?
- क्या इसीलिए ही भूपेश बघेल मुख्यमंत्री बनने के बाद भी 4 साल में वह सबूत पेश नहीं कर रहे हैं जो वे 9 साल से जेब में रखे होने का ढिंढोरा पीटते घूम रहे हैं?
क्या इसीलिए ही कांग्रेस के नेता नक्सलियों का इलाज कराने तेलंगाना जाते हैं?
जाकिर नायक और बाटला हाउस को लेकर सवाल उठाए
सांसद संतोष पांडे ने कहा कि जाकिर नायक जो आंतकवादियों को ट्रेनिंग देता है, उसकी संस्था से राजीव गांधी फाउंडेशन 50 लाख रुपये चंदा लेती है। ये रिश्ता क्या कहलाता है। उन्होंने कहा कि, बाटला हाउस कांड में शहीद मनमोहन चंद की हत्या कर दी गई। शहीद मनमोहन चंद के हत्या के विषय में कांग्रेस ने कुछ नहीं बोला, जबकि आंतकवादियों के विषय में सलमान खुर्शीद ने कहा था कि सोनिया गांधी रात भर रोई। इससे कांग्रेस को स्पष्ट करना चाहिए कि सोनिया गांधी की संवेदना किसके लिए थी।
जेकेएलएफ के अध्यक्ष यासीन मलिक देश के तत्कालिक प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ बैठते है और उनके साथ चाय पीते हैं। यासीन मलिक कश्मीरी पंडितों का हत्यारा है। जिसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की सरकार में हत्या के आरोप में सजा सुनाई गई है।
कांग्रेस की विचारधारा नक्सलियों के समर्थन में
भाजपा सांसद ने आरोप लगाया रंजीत रंजन को छत्तीसगढ़ महतारी के किसी सपूत या बेटी का हक मारकर राज्यसभा सांसद इसीलिए बनाया गया, क्योंकि वह कांग्रेस की विचारधारा, जो कि नक्सलवादियों के समर्थन और आम जनता के विरोध की है, उसकी बड़ी पैरोकार हैं। अगर कांग्रेस में आम जनता की सुरक्षा की चिंता और नक्सलवाद के सफाए का जरा सा भी भाव है तो कांग्रेस का राष्ट्रीय नेतृत्व रंजीत रंजन को कांग्रेस से बाहर करे। अगर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी हुक्म पर थोपी गई राज्यसभा सांसद से असहमत हैं तो केवल इससे काम नहीं चलेगा
ये कहा था कांग्रेस सांसउ रंजीत रंजन ने
कांग्रेस की छत्तीसगढ़ से राज्यसभा सदस्य रंजीत रंजन ने कहा था कि नक्सली भी इंसान हैं, हम भी इंसान हैं, फिर डर कैसा। निश्चित तौर से डर, भय उनको होता है, जिन्होंने गलत काम किया है। बिहार के कुछ इलाके नक्सल प्रभावित रहे हैं, अब कम हो चुका है। सभी नक्सली लोग गलत नहीं होते। बहुत लोगों को मिस यूज किया जाता है। बहुत लोग उनके नाम से दुकानें चला रहे होते हैं। छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद शांत हो चुका है। जो लोग यह फैला रहे हैं, वह नहीं चाहते कि शांति बहाल हो। हम लोग उनमें से हैं, जो चाहते हैं कि शांति बहाल हो।अमर उजाला