Home छत्तीसगढ़ पति, सास-ससुर, रिश्तेदार सब फर्जी, शादी कर ठग लिए 13.5 लाख रुपए;...

पति, सास-ससुर, रिश्तेदार सब फर्जी, शादी कर ठग लिए 13.5 लाख रुपए; चार साल बाद पता चला

61
0
युवती के परिवार वालों को जान-पहचान के लोगों से आरोपियों के बारे में जानकारी लगी तो शनिवार को इस संबंध में मामला दर्ज कराया गया। इसके बाद पुलिस ने उनकी तलाश शुरू की और आरोपियों को अलग-अलग जगहों से पकड़ लिया। पुलिस ने सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हेे जेल भेज दिया गया है। 

सक्ती / बिलासपुर – छत्तीसगढ़ के सक्ती में पुलिस ने एक शातिर ठग परिवार को गिरफ्तार किया है। इस परिवार में हर रिश्ता नकली है। इस बात का पता तब चला, जब एक युवती शिकायत लेकर थाने पहुंची। युवती से नाम बदलकर शादी की, खुद को रेलवे में कर्मचारी बताया और 13.5 लाख रुपए भी ठग लिए। शादी के चार साल बाद यह सब फर्जीवाड़ा सामने आया। तब पता चला कि पति, सास-ससुर और रिश्तेदार सब फर्जी हैं। इस दौरान महिला के एक बच्ची भी हो गई। मामला जैजैपुर थाना क्षेत्र का है।

शादी का रिश्ता लेकर पहुंचा था फर्जी परिवार
जानकारी के मुताबिक, ओडेकरा निवासी युवती के परिवार का संपर्क साल 2019 में सोनादूला निवासी अरविंद चंद्रा, दिलहरण महंत, आनंद राम, सक्ती निवासी विमला चौहान और ब्रजराजनगर निवासी पनिका दास से हुआ। लोगों ने खुद को एक परिवार बताया। इसमें अरविंद ने खुद का नाम विवेक दास, विमला चौहान का नाम चमेली बाई और अपनी मां बताया। वहीं आनंद राम को आनंद दास व अपना बड़ा भाई, दिलहरण महंत को रिश्तेदार और पनिका दास को अपना मामा बताया था।
रेलवे के पार्सल विभाग में नौकरी करना बताया
आरोपियों ने झांसा दिया कि दूल्हा अरविंद रायगढ़ में रेलवे के पार्सल विभाग में काम करता है। यह सभी लोग परिवार की तरह युवती के घर शादी की बात करने पहुंचे थे। आरोपियों ने युवती के परिवार वालों से कहा कि आप शादी में कोई सामान मत दीजिएगा, जो देना हो कैश में दे देना। इसके बाद अप्रैल 2019 में युवती से अरविंद ने विवेक दास बनकर जांजगीर के शिव मंदिर में शादी कर ली। साथ ही दहेज में 10 लाख रुपए कैश लिए। शादी के बाद युवती को ससुराल न ले जाकर उसी के घर रहने आ गया।
शादी के बाद खुद ही ससुराल में रहने आ गया
इस दौरान युवती जब भी आरोपी से ससुराल चलने को कहता तो वह टाल जाता। इस तरह चार साल बीत गए। इस बीच शादी के दो साल बाद उन्हें एक बेटी भी हुई। एक दिन आरोपी अरविंद ने युवती से कहा कि उसकी मां की तबीयत बहुत खराब है। उन्हें कैंसर हो गया है। इलाज के लिए रुपए चाहिए। फिर तीन किश्त में 3.80 लाख रुपए ले गया। इसके बाद युवती को छोड़कर भाग निकला। काफी संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन कुछ पता नहीं चला। इस बीच उन्हें जानकारी मिली की पूरा परिवार फर्जी है।
और भी वारदात किए जाने की आशंका
जैजैपुर थाना प्रभारी डीआर टंडन ने बताया की आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तलाश की जा रही थी। इस बीच सूचना मिली कि सभी आरोपी अपने-अपने घरों में मौजूद हैं। इस पर पुलिस टीम ने दबिश दी। वहां से भी आरोपियों अरविंद कुमार चंद्रा, दिलहरण महंत, पनिक राम जायसवाल और  विमला बाई चौहान को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में आरोपियों ने अपना जुर्म कबूर कर लिया है। फिलहाल सभी से पूछताछ जारी है। आरोपियों के और भी इस तरह की वारदात किए जाने की आशंका है।au