राष्ट्रीय जनता दल के बिहार अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफे की अटकलों के बीच पहली बार हिन्दुस्तान टाइम से बात की और कहा कि वो अभी छुट्टी पर हैं और कैमूर में आराम कर रहे हैं।
पटना – बिहार आरजेडी के अध्यक्ष जगदानंद सिंह ‘कोपभवन’ में हैं। उनके पुराने साथी और नेता लालू यादव आजकल उनको भाव नहीं दे रहे हैं। नीतीश कुमार के साथ महागठबंधन सरकार बनाने के खिलाफ रहे जगदानंद सिंह अपने कृषि मंत्री रहे बेटे सुधाकर सिंह से इस्तीफा लेने के बाद जाहिर तौर पर नाराज हो चुके हैं और दशहरा से पहले आरजेडी दफ्तर जाना बंद कर चुके हैं। वो दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय सम्मेलन में भी नहीं गए जहां लालू फिर से आरजेडी अध्यक्ष बनाए गए। हिन्दुस्तान टाइम्स (एचटी) ने जब जगदानंद सिंह से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि वो अवकाश पर हैं और आराम कर रहे हैं। इस्तीफे की खबरों पर उन्होंने कहा कि मीडिया की बातों पर उन्हें कुछ नहीं कहना है।
बातचीत में जगदानंद सिंह ने कहा कि लगातार तीन साल काम करने के बाद उन्होंने अवकाश लिया है और परिवार व दोस्तों के साथ समय बिता रहे हैं। आरजेडी में नए प्रदेश अध्यक्ष की अटकलों पर उन्होंने कुछ भी कहने से मना कर दिया। जगदानंद सिंह के – अवकाश पर हैं – कहने का कुछ लोग ये मतलब भी निकाल रहे हैं कि उनका तेवर नरम पड़ा है और वो अब भी प्रदेश अध्यक्ष हैं और पटना में आरजेडी दफ्तर लौट सकते हैं।
सूत्रों का कहना है कि लालू यादव ने जगदानंद सिंह को मैसेज भिजवा दिया है कि महागठबंधन सरकार या मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए शर्मिंदगी की हालत पैदा करने वाली हरकतें बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। साफ है कि आरजेडी जेडीयू के साथ अपने ताल-मेल को मजबूत करना चाहती है, उसमें कोई कमजोरी का रिस्क नहीं उठाना चाहती। जगदानंद सिंह का नजरिया ये रहा कि सुधाकर का इस्तीफा जेडीयू के सामने आरजेडी के झुकने जैसा है जो पार्टी के लिए ठीक नहीं है। लालू इससे सहमत नहीं हैं। इसलिए लालू ने दिल्ली में ये भी साफ कर दिया कि तेजस्वी यादव बड़े फैसले करेंगे और नीतिगत मामलों पर पार्टी की लाइन तय करेंगे।