धमतरी में रावण के पुतले के सिर नहीं जलने पर बाद में उन्हें निकाल कर अलग से जलाया गया। इसे नगर निगम के अफसरों ने लापरवाही माना है।
धमतरी – शहरा पर रावण के पुतले का दहन तो हुआ, पर उसके 10 सिर नहीं जले। इसे लेकर कर्मचारियों पर गाज गिरी है। धमतरी नगर निगम ने इसे घोर लापरवाही माना है। इसके बाद नगर आयुक्त ने आदेश जारी करते हुए क्लर्क को सस्पेंड कर दिया है। जबकि चार कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी हुआ है। आदेश में कहा गया है कि इससे निगम की छवि धूमिल हुई है। वहीं लोगों का कहना है कि जानकर ऐसा पुतला बनवाया गया, जो पूरा जल न सके।
दरअसल, धमतरी नगर निगम की ओर से बुधवार को रावण दहन का कार्यक्रम रखा गया था। इसके लिए पुतला बनवाने की जिम्मेदारी सहायक ग्रेड-3 कर्मचारी राजेंद्र यादव सहित अन्य लोगों को सौंपी गई थी। कर्मचारियों ने दहन के लिए करीब 30 फीट ऊंचा पुतला तैयार कराया। इसे रामलीला मैदान में पुतला दहन स्थल पर खड़ा किया गया। तय कार्यक्रम के मुताबिक, बुधवार रात रावण के पुतले में आग लगाई गई।
इस दौरान आतिशबाजी के साथ रावण का पुतला जल गया, लेकिन उसके 10 सिर वैसे के वैसे ही रहे। यानी एक भी नहीं जल सके। इसके बाद निगम के अफसरों का गुस्सा भड़क गया। अफसरों ने गुरुवार को आदेश निकाल कर कर्मचारियों पर कार्रवाई कर दी। कहा कि रावण का पुतला तैयार कराने में बड़ी लापरवाही बरती गई है। जिससे नगर निगम की छवि धूमिल हुई है। इसके कारण राजेंद्र यादव को निलंबित कर दिया गया है।