अरूण मिश्रा के इस्तीफे को छत्तीसगढ़ कांग्रेस की गुटीय राजनीति और सत्ता संघर्ष की लड़ाई के रूप में देखा जा रहा है। उनके पिता स्व.रेवती रमण मिश्रा सरगुजा में RSS के संस्थापक सदस्य में एक थे और जनसंघ से अविभाजित सरगुजा के सूरजपुर से विधायक भी थे।
रायपुर – छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के कट्टर समर्थक और सरगुजा जिला कांग्रेस महामंत्री अरूण मिश्रा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर छत्तीसगढ़ में कोई काम नहीं करने और लूटने का आरोप लगाया है। बताया जा रहा है कि अरूण मिश्रा पार्टी नहीं छोड़ते तो उन्हें निष्कासित कर दिया जाता। उनके बगावती तेवर से कांग्रेस की राजनीति में खलबली मच गई है। यह भी कहा जा रहा है कि सिंहदेव की सलाह पर ही अरूण मिश्रा ने पार्टी छोड़ी है।
‘ऐसी संस्था में न रहूं, जहां लुटेरे हों’
स्वास्थ्य मंत्री को संबोधित अपने इस्तीफे में अरूण मिश्रा ने लिखा है, परम पूज्यनीय महाराज साहब सरगुजा टीएस सिंहदेव। आगे लिखा है कि जन जागरण मंच की ओर से भारत जोड़ो पदयात्रा कर रहा था। कहा कि भूपेश बघेल कोई काम नहीं कर रहे हैं। न रोड बनवा रहे हैं, न पुल-पुलिया बनवा रहे हैं और न आवासहीनों को आवास दे रहे हैं। छत्तीसगढ़ को लूट रहे हैं। मेरा स्वाभिमान कहता है कि मैं ऐसी संस्था में न रहूं, जहां लुटेरों हों। इसलिए पद के साथ कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं।
राहुल गांधी की तर्ज पर निकाली थी पदयात्रा
दरअसल, सरगुजा जिला कांग्रेस कमेटी के महामंत्री 70 साल के अरूण मिश्रा ने गांधी जयंती के अवसर पर अंबिकापुर ब्लाक के भटौली, कंचनपुर, सखौली में पदयात्रा की थी। इस दौरान उन्होंने प्रदेश की भूपेश सरकार के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की। पदयात्रा के दौरान नदी-नालों में पुल-पुलिया नहीं होने को लेकर प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लिया था। पदयात्रा के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया। उन्होने ने यह पदयात्रा राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा के तर्ज स्वयं निकाली थी।
भूपेश बघेल के खिलाफ लगाए थे नारे
अरूण मिश्रा ने कांग्रेस के समर्थन में ही राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान ही ग्रामीण क्षेत्र में बिना किसी के सहयोग से माइक लेकर ढोल-मजीरे के साथ गांव के लोगों के साथ यात्रा शुरू कर दी। एक नाला पड़ा वहां पुलिया नहीं थी इस पर उन्होंने छत्तीसगढ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल होश में आओ, पुलिया बनवानी होगी जैसे नारे लगाए। अरूण मिश्रा दशकों से कांग्रेस के लिए समर्पित रहे। अरूण कुमार मिश्रा के पूर्वज सरगुजा राजपरिवार के राजपुरोहित रहे हैं।au