रूस-यूक्रेन जंग के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन पर जानलेवा हमला किया गया है। हमले में पुतिन बाल-बाल बच गए। हालांकि, रूस ने इस बात की आधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं की है। पुतिन की लिमोजिन कार के पास बम फेंका गया। इसके बाद धमाके की तेज आवाज सुनाई दी। हमला कब और कहां हुआ इसकी जानकारी फिलहाल नहीं दी गई है।
घर लौट रहे थे पुतिन
मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया कि पुतिन अपनी लिमोजिन कार से घर लौट रहे थे। तभी उन पर जानलेवा हमला हुआ। पुतिन की कार को 5 गाड़ियां एस्कॉर्ट कर रही थीं। पहली गाड़ी को एक एंबुलेंस ने रोक दिया। इसके बाद दूसरी गाड़ी को भी ब्लॉक कर दिया गया।
पुतिन तीसरी गाड़ी में बैठे थे। उनकी गाड़ी के लेफ्ट टायर के पास तेज धमाका हुआ और धुआं उठने लगा। उनके सिक्योरिटी गार्ड्स तुरंत एक्शन में आए और पुतिन को सुरक्षित तरीके दूसरी जगह ले जाया गया।
दो महीने पहले भी हुई थी पुतिन को मारने की कोशिश
यूक्रेन के एक अधिकारी ने दावा किया था कि दो महीने पहले यानी मई में पुतिन की हत्या की कोशिश हुई थी। इसमें वो बच गए थे। यूक्रेन के इंटेलिजेंस डायरेक्टोरेट के चीफ काइरिलो बुडानोव ने कहा था- पुतिन को जान से मारने की नाकाम कोशिश 2 महीने पहले की गई थी।
आत्मघाती हमला होने की आशंका
एक रूसी टेलीग्राम चैनल के मुताबिक- ये हमला आत्मघाती हो सकता है। क्योंकि जिस एंबुलेंस ने पुतिन के काफिले की पहली कार को रोका था उसका ड्राइवर मृत पाया गया। उसकी डेडबॉडी मिली। वहीं, पुतिन को एस्कॉर्ट कर रही इस पहली कार में मौजूद 3 लोग लापता हो गए।
हिरासत में पुतिन का हेड बॉडीगॉर्ड
रूसी टेलीग्राम चैनल ने ये दावा किया कि पुतिन के हेड बॉडीगॉर्ड समेत कई गॉर्ड्स को सस्पेंड करके हिरासत में लिया गया है। पुतिन के मूवमेंट की जानकारी उनकी सिक्योरिटी सर्विसेस के अलावा किसी को नहीं थी। इसलिए गॉर्ड्स को सस्पेंड करने का फैसला लिया गया।
6 महीने में पुतिन के 7 करीबियों की मौत
जंग की शुरुआत से अब तक यानी 24 फरवरी के बाद से पुतिन के 7 करीबियों की मौत हो चुकी है। इनमें से ज्यादातर ने यूक्रेन पर हमले का विरोध किया था।