Home छत्तीसगढ़ आदिवासी कमार बालक आश्रम के बच्चो को 50 लाख रूपये के दिये...

आदिवासी कमार बालक आश्रम के बच्चो को 50 लाख रूपये के दिये गये है कम्प्यूटर पर शिक्षक नही होने से कम्प्यूटर शिक्षा की निकली हवा

130
0

कमार आदिवासी बालक आश्रम में कम्प्यूटर खरीदी भ्रष्टाचार की अब तक नही हुई जाॅंच

मैनपुर – शासन प्रशासन द्वारा दूरस्थ वनांचल ग्रामीण क्षेत्र के बच्चो के लिए कम्प्यूटर शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए लाखो करोड़ो रूपये खर्च किये जाते है लेकिन यह सब सिर्फ कम्प्यूटर की खरीदी तक सीमित मात्र रहती है इसके बाद यह देखने वाला कोई नही है कि जिस उद्देश्य के तहत कम्प्यूटर खरीद कर स्कूल, आश्रम, छात्रावासो में दिया गया है उसका उपयोग हो रहा है या नही और तो और बार -बार इसकी जानकारी संबंधित विभाग के उच्च अधिकारियों को देने के बावजूद इस ओर ध्यान नही देना समझ से परे है। ऐसा ही मामला मैनपुर विकासखण्ड क्षेत्र के अधिकांश सरकारी स्कूलो और आश्रम छात्रावासों मे देखने को मिल रहा है जहां शासन प्रशासन ने विशेष पिछड़ी कमार जनजाति आदिवासी बच्चो को बेहतर कम्प्यूटर शिक्षा उपलब्ध कराने कम्प्यूटर तो खरीद कर दे दिया है लेकिन अधिकांश जगह यह धूल खाते पड़े हुए है और इसका लाभ आदिवासी क्षेत्र के बच्चो को नही मिल रहा है। कम्प्यूटर शिक्षा की स्थिति इस तरह बदहाल है कि कही कम्प्यूटर है तो शिक्षक है और शिक्षक है तो कम्प्यूटर नही अधिकांश जगह कम्प्यूटर ध्रूल फांक रहा है।

कोरोना संक्रमणकाल के दौरान कम्प्यूटर खरीदी में लाखो का भ्रष्टाचार का मामला पर नही हुई जाॅंच

मैनपुर तहसील मुख्यालय से महज 8 किमी दूर ग्राम झरियाबाहरा में कमार आदिवासी बच्चो के लिए 100 सीटर बालक आश्रम आलीशान भवन का निर्माण किया गया है और इस भवन में इसी सत्र में आश्रम संचालित किया जा रहा है कोरोना संक्रमणकाल के दौरान इस आश्रम में कम्प्यूटर खरीदी के नाम पर 50 से 60 लाख रूपये खर्च किया गया है यह मामला तब प्रकाश में आया जब इस मामले को जिला पंचायत के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों ने जिला पंचायत की बैठक में उठाया था तब संबंधित विभाग के अधिकारी द्वारा गोलमोल जवाब दिया गया था और नराज जनप्रतिनिधियों ने कम्प्यूटर खरीदी मामले की जाॅच की मांग उठाई थी लेकिन अब तक इस मामले में कोई जाॅच नही हो पाया। मिली जानकारी के अनुसार कमार आदिवासी बालक आश्रम झरियाबाहरा में लगभग 50 से 60 लाख रूपये के 25 नग कम्प्यूटर खरीदी किया गया है और बकायदा कम्प्यूटर कक्ष में नीचे कालीन भी लगाना था लेकिन घटिया स्तर के कम्प्यूटर की सप्लाई किये जाने की शिकायत के बाद कुछ कम्प्यूटरो को बदला गया और वर्तमान में इस कमार आदिवासी बालक आश्रम में सिर्फ 13 कम्प्यूटर ही उपलब्ध है लेकिन कम्प्यूटर की शिक्षा देने वाले कोई भी शिक्षक नही होने के कारण इसका लाभ कमार आदिवासी बच्चो को नही मिल रहा है। बच्चे अपने मन से कम्प्यूटर प्रारंभ करते है और बंद कर देते है यहा कालीन व अन्य सुविधाएं भी नही है एक तरफ राज्य और केन्द्र सरकार द्वारा विशेष पिछड़ी कमार जनजाति के बच्चो को हाईटेक पढ़ाई के लिए अनेक तरह की योजनाओं के तहत लाखो करोड़ो रूपये जारी किया जा रहा है लेकिन उन शासकीय राशियों का कैसा दुरूपयोग होता है इसे यदि देखना है तो ग्राम झरियाबाहरा के कमार आदिवासी बालक आश्रम में देखा जा सकता है।

12 कम्प्यूटर राजस्व विभाग ले गया अब तक नही लौटाया

आज आश्रम का जायजा लिया गया तो यहां सिर्फ 13 कम्प्यूटर ही दिखे इस संबंध में जानकारी लेने पर बताया गया कि राजस्व विभाग द्वारा यहां के 12 कम्प्यूटर को रिकाॅर्ड मेन्टेन करने के लिए ले जाया गया है लेकिन एक साल बाद भी कम्प्यूटर को वापस नही किया गया है और इस ओर संबंधित विभाग के अफसरो द्वारा ध्यान ही नही दिया जा रहा है।

क्या कहते है विधायक

बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक डमरूधर पुजारी ने कहा विशेष पिछड़ी कमार जनजाति आदिवासी बच्चो के लिए झरियाबाहरा में लाखो रूपये की लागत से कम्प्यूटर सेट उपलब्ध कराया गया है लेकिन शिक्षक नही होने के कारण इसका लाभ नही मिल रहा है मेरे द्वारा कई बार इस संबंध में संबंधित विभाग के अधिकारियों को बोला जा चुका है।

विधायक बिन्द्रानवागढ़

क्या कहते है कमार विकास अभिकरण के सदस्य

कमार विकास अभिकरण गरियाबंद के सदस्य पिलेश्वर सोरी ने कहा कम्प्यूटर खरीदी की जाॅच की मांग उन्होने स्वयं गरियाबंद के पूर्व कलेक्टर श्रीमति नम्रता गांधी को आवेदन देकर किया था और कलेक्टर द्वारा आश्रम का निरीक्षण कर कम्प्यूटर की बदहाल स्थिति को देकर जमकर नराजगी जताई गई थी लेकिन अब तक इस मामले में संबंधित अफसरो पर कोई कार्यवाही नही होने से इसका लाभ आदिवासी कमार जनजाति के बच्चो को नही मिल रहा है। श्री सोरी ने गरियाबंद के नवपदस्थ कलेक्टर प्रभात मलिक से इस मामले में जाॅच करने की मांग किया है।

 सदस्य कमार विकास अभिकरण

क्या कहते है शिक्षा अधिकारी

विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी आर आर सिंह ने इस मामले में कहा कम्प्यूटर शिक्षक की व्यवस्था करने उच्च अधिकारियों को मांग पत्र भेजा गया है।

आर आर सिंह विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी