सीएम बघेल ने छत्तीसगढ़ की अपेक्स बैंक और जिला सहकारी केंद्रीय बैंकों के स्टाफ के वेतन में बेतहाशा बढ़ोतरी को गंभीरता से लिया है। बघेल ने शुक्रवार को मामले की जांच के आदेश दिए।
रायपुर – सीएम बघेल ने छत्तीसगढ़ की अपेक्स बैंक और जिला सहकारी केंद्रीय बैंकों के स्टाफ के वेतन में बेतहाशा बढ़ोतरी को गंभीरता से लिया है। अधिकारी ने बताया कि हाल ही में सहकारी बैंकिंग संस्थानों में मौजूदा सेवा नियमों और वेतनमान पर अधिकारियों की एक बैठक की अध्यक्षता करने के बाद बघेल ने शुक्रवार को जांच के आदेश दिए। मुख्यमंत्री ने पिछले 10 वर्षों में अपेक्स बैंक और डीसीसीबी में वेतन भत्तों में पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश की तुलना में दोगुनी से अधिक की वृद्धि पर नाराजगी व्यक्त की। छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी बैंक को अपेक्स बैंक के रूप में जाना जाता है।
दरअसल, छत्तीसगढ़ के अपेक्स और सहकारी बैंकों में वेतन वृद्धि के एक बड़े खेल का खुलासा हुआ है। सहकारी बैंक के वरिष्ठ पद पर मध्य प्रदेश में जहां, अधिकतम 1.70 लाख रुपये मिलते हैं, वहां छत्तीसगढ़ में उसी पर आसीन अधिकारी को 2.87 लाख रुपये मिलते हैं। जब समीक्षा बैठक में ये आंकड़े रखे गए तो सीएम बघेल हैरान रह गए। उन्होंने ताबड़तोड़ जांच के आदेश दिए। अधिकारियों का कहना है कि जांच के बाद पता चलेगा कि राज्य की सहकारी बैंकों में वेतन अप्रत्याशित ढंग से कैसे बढ़ा। माना जा रहा है कि इसकी जांच के घेरे में पूर्ववर्ती रमण सिंह नीत भाजपा सरकार भी आ सकती है।
नए सेवा नियम लागू होने के बाद 2900 पद रिक्त होंगे
बघेल ने आगे कहा कि अपेक्स बैंक और डीसीसीबी में नए सेवा नियम लागू होने के बाद 2,900 पद खाली हो जाएंगे। इन रिक्तियों को छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा बोर्ड (सीपीईबी) के माध्यम से जल्द से जल्द भरा जाएगा। छत्तीसगढ़ को 2000 में मध्य प्रदेश से अलग कर बनाया गया था। जिला सहकारी बैंक धान की खरीदी और किसानों को अल्पकालिक कृषि ऋण के वितरण में अहम भूमिका निभाते हैं।अमर उजाला से