वीडियो वायरल होने के बाद सीएम और उनके परिवार के सदस्यों को सोशल मीडिया बहुत अधिक ट्रोल किया गया। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की मिजोरम इकाई ने शनिवार को विरोध प्रदर्शन शुरू किया। डॉक्टर्स ने ब्लैक बैज बांधकर अपना विरोध दर्ज कराया था।
आइजॉल – मिजोरम में मुख्यमंत्री की बेटी द्वारा एक क्लिनिक में हंगामा और डॉक्टर की पिटाई का मामला तूल पकड़ने के बाद मुख्यमंत्री और उनकी पत्नी ने स्वयं सामने आकर माफी मांगी है। मिजोरम के सीएम जोरमथांगा ने अपनी बेटी मिलारी छंगटे की बदतमीजी पर माफी मांगते हुए आईएमए को भी कोई कानूनी कार्रवाई नहीं करने के लिए धन्यवाद दिया है। सीएम जोरमथांगा ने सोशल मीडिया पर माफीनामा पोस्ट कर लिखा है कि हम डॉक्टर और जनता से माफी मांगते हैं।
दरअसल, मुख्यमंत्री जोरमथांगा की बेटी मिलारी छंगटे का आइजॉल की एक क्लिनिक का वीडियो क्लिप वायरल हो रहा है। इस वीडियो क्लिप में मिलारी छंगटे एक डॉक्टर पर हमला कर पिटाई करते हुए दिख रही हैं। बताया जा रहा है कि डॉक्टर ने बिना अप्वाइंटमेंट के मिलारी छंगटे को देखने से मना कर दिया था। इसके बाद वह गुस्से में आ गईं। गुस्साई छंगटे ने डॉक्टर के साथ दुर्व्यवहार किया। किसी ने इसका वीडियो बना लिया और यह वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। मुख्यमंत्री जोरमथांगा ने बताया कि घटना बुधवार की है।
वीडियो वायरल होने के बाद खूब ट्रोल हुआ सीएम का परिवार
वीडियो वायरल होने के बाद सीएम और उनके परिवार के सदस्यों को सोशल मीडिया बहुत अधिक ट्रोल किया गया। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) की मिजोरम इकाई ने शनिवार को विरोध प्रदर्शन शुरू किया। डॉक्टर्स ने ब्लैक बैज बांधकर अपना विरोध दर्ज कराया था।
मुख्यमंत्री ने डॉक्टर के पास पहुंचकर मांगी माफी
हालांकि, मामला बढ़ाने की बजाय सीएम जोरमथांगा व उनकी पत्नी ने माफी मांग ली है। मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथांगा ने अपने अधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर बयान भी जारी किया है। उन्होंने लिखा है कि डॉक्टर के प्रति उनके बेटी का व्यवहार सही नहीं है। बेटी के व्यवहार को सही ठहराने या बचाव करने का कोई औचित्य नहीं है। यह घटना हमारे लिए शर्मनाक था। सीएम ने लिखा है कि वह व उनकी पत्नी, माफी मांगने के लिए स्किन केयर स्पेशलिस्ट डॉक्टर के पास तीन बार गए थे। डॉक्टर व उनका परिवार काफी दयालु और समझदार हैं। डॉक्टर दंपत्ति बहुत परिपक्व हैं और हम वास्तव में उनकी सराहना करते हैं। मुख्यमंत्री जोरमथांगा ने कहा कि वह आईएमए का भी धन्यवाद देते हैं कि उन लोगों ने कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की है।