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गरियाबंद कलेक्टर प्रभात मलिक के निर्देश पर 10 साल बाद राजीव गांधी गोदग्राम कुल्हाड़ीघाट में फिर बालक आश्रम प्रारंभ

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विशेष पिछड़ी कमार जनजाति के ग्रामीणो ने गरियाबंद कलेक्टर मलिक के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा अब बच्चो को मिलेगा बेहतर शिक्षा

शेख हसन मैनपुर – तहसील मुख्यालय मैनपुर से लगभग 18 किमी दूर घने जंगल के भीतर बसे विशेष पिछड़ी कमार जनजाति आदिवासी ग्राम कुल्हाड़ीघाट में देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी एवं उनकी धर्मपत्नि वर्तमान कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमति सोनिया गांधी 14 जुलाई सन् 1985 को हेलीकाप्टर से पहुंचे थे और इस गांव में निवास करने वाले विशेष पिछड़ी कमार जनजाति के जीवन स्तर को बहुत नजदीक से देखा था तथा यहां के विशेष पिछड़ी कमार जनजाति के बच्चो को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के कुल्हाड़ीघाट आने के बाद सन् 1989 में आदिवासी बालक बालिका संयुक्त आश्रम संचालित किया गया था लेकिन वर्ष 2012 में कुल्हाड़ीघाट में संचालित हो रहे बालक आश्रम को अचानक बंद कर दिया गया और यहां सिर्फ बालिका आश्रम ही संचालित हो रहा है जिसके कारण यहां के खासकर पहाड़ी के ऊपर ग्राम ताराझर, मटाल, कुरवापानी, भालूडिग्गी, बेसराझर, गंवरमुंड़, कठवा जैसे ग्रामो में निवास करने वाले कमार जनजाति के बच्चे बालक आश्रम बंद हो जाने से शिक्षा से वंचित हो रहे थे लगातार कमार जनजाति के ग्रामीण कुल्हाड़ीघाट में बालक आश्रम संचालित करने की मांग कर रहे थे।

बालक आश्रम हुआ प्रारंभ ग्रामीणों में भारी उत्साह

गरियाबंद के नवपदस्थ कलेक्टर प्रभात मलिक गरियाबंद में पदभार लेने के बाद सबसे पहले 23 जून 2022 गुरूवार को मैनपुर तहसील मुख्यालय से 18 किमी दूर राजीव गांधी गोदग्राम कुल्हाड़ीघाट के दौरे पर पहुंचे थे इस दौरान ग्राम कुल्हाड़ीघाट के सरपंच धनमोती सोरी, पूर्व सरपंच बनसिंग सोरी, दामोदर नेताम व ग्रामीणो ने गरियाबंद के कलेक्टर प्रभात मलिक को कुल्हाड़ीघाट में बालक आश्रम बंद होने से विशेष कमार जनजाति बालक बच्चो की पढ़ाई प्रभावित होने के साथ कुल्हाड़ीघाट में 10 वर्ष पहले बंद किये गये बालक आश्रम को प्रारंभ करने की मांग किया था जिस पर गरियाबंद के कलेक्टर प्रभात मलिक ने आदिवासी सहायक आयुक्त बी के सुखदेवे को निर्देश देते हुए मामले पर तत्काल कार्यवाही करने कहा था गरियाबंद कलेक्टर प्रभात मलिक के निर्देश पर अब जुलाई माह में राजीव गोदग्राम कुल्हाड़ीघाट में आदिवासी कमार बालक आश्रम फिर से प्रारंभ किया गया है जिससे ग्राम कुल्हाड़ीघाट के ग्रामीणो में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है और ग्राम कुल्हाड़ीघाट के सरपंच धनमोती सोरी, पूर्व सरपंच बनसिंग सोरी एवं सभी ग्रामीणो ने गरियाबंद के कलेक्टर प्रभात मलिक के प्रति आभार व्यक्त किया हैं।

कलेक्टर को बच्चो ने दिया आमंत्रण

वर्ष 2012 में कुल्हाड़ीघाट में बालक आश्रम को बंद कर दिया गया था जिसे गरियाबंद के कलेक्टर प्रभात मलिक के प्रयास से लगभग 10 वर्ष बाद प्रारंभ किया गया है और एक नये भवन में आश्रम संचालित किया जा रहा है जिसमें 50 सीटर आश्रम है वर्तमान में 45 छात्र अध्यनरत है। हमारे संवाददाता को ग्राम कुल्हाड़ीघाट के बालक आश्रम में अध्यनरत छात्र रमेश सोरी, अनिल सोरी, घांसीराम मरकाम, भावेश मरकाम, सुरेन्द्र नेताम ने बताया कि वे लोग पहाड़ी गांव में निवास करते है और अब बालक आश्रम प्रारंभ हो जाने से इस आश्रम में निवास करने के साथ भोजन और पूरी व्यवस्था शासन प्रशासन द्वारा किया गया है यहां के छात्र -छात्राओं ने गरियाबंद के कलेक्टर प्रभात मलिक के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा हम आदिवासी कमार बच्चे शिक्षा से वंचित हो रहे थे कलेक्टर के प्रयास से हमें बेहतर शिक्षा हासिल हो रहा है छात्रो ने गरियाबंद कलेक्टर प्रभात मलिक से मांग किया है कि इस आश्रम का विधिवत उनके द्वारा शुभारंभ करने की मांग की है।