दुर्ग – सोमवार को पटेल चौक में सड़क दुर्घटना में हुई मृत्यु पर जिला भाजपा अध्यक्ष जितेन्द्र वर्मा ने गहरा आक्रोश जताते हुए कहा है कि ये शहर की बदहाल यातायात व्यवस्था का जीता जागता प्रमाण है। इस घटना पर उन्होंने गहरा दुःख जताते हुए कहा कि शोक संतप्त परिवार के ऊपर दुखों का पहाड़ टूट गया है। शोक संतप्त परिवार के दुख की इस घड़ी में ईश्वर उन्हें संबल प्रदान करे, जिला भाजपा परिवार उनके दुख में सहभागी है।
वर्मा ने कहा कि यातायात व्यवस्था की बदहाली के कारण लोगों की मृत्यु होना आम बात हो गई है किंतु इसमें सुधार करने का कोई प्रयत्न पुलिस विभाग की ओर से दिखाई नहीं देता है। शहर के अधिकांश ट्रैफिक सिग्नल बंद पड़े हैं, भाजपा शासनकाल में जो ट्रैफिक सिग्नल लगाए गए थे उनका मेंटेनेंस तक नहीं हो पा रहा है।
जितेन्द्र वर्मा ने कहा कि दुर्ग शहर की खस्ताहाल सड़के एवं यातायात व्यवस्था दुर्घटनाओं के लिए जिम्मेदार है। शहर में यातायात व्यवस्था को दुरुस्त किया जाना चाहिए लेकिन कई हादसों के बावजूद यातायात पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रहती है। यातायात पुलिस की लचर प्रणाली के चलते काल कवलित हुए लोगो के घरों में मातम छा गया है लेकिन शहर के विधायक और महापौर बैनर पोस्टरों के माध्यम से झूठे विकास कार्यों की गाथा लिखने में मदमस्त है। इन दोनों जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के कारण शहर की यातायात व्यवस्था लचर हो गई है। यातायात पुलिस सिर्फ चालान काटकर अपने कर्तव्यों से इतिश्री करती है।
वर्मा ने आगे कहा कि अभी दुर्ग जिले में नए पुलिस अधीक्षक डॉ अभिषेक पल्लव की आमद हुई है उन्हें इस मामले को गम्भीरता से लेना चाहिए। पूरे दुर्ग जिले से मुख्यमंत्री को लेकर चार चार मंत्री पूरे छत्तीसगढ़ राज्य का प्रतिनिधित्व कर रहे है। प्रदेश के लोक निर्माण और गृह विभाग मंत्री ताम्रध्वज साहू भी दुर्ग शहर में रहते है लेकिन जिले की कानून व्यवस्था पर कोई लगाम नही कस पा रहे है। यह दुर्ग जिले का दुर्भाग्य है कि उदासीन जनप्रतिनिधियों के हाथों में दुर्ग की कमान है।
बड़ी विडंबना है कि गृहमंत्री के गृह जिले में ही पुलिस प्रशासन की कार्यशैली सुस्त है। दुर्ग शहर की सड़कों का बहुत बुरा हाल है जगह जगह सड़क चौड़ीकरण के नाम पर गड्ढे खोद कर छोड़कर रख दिया गया है। बारिश का मौसम होने के कारण गड्ढों में पानी भर गया है जिसके कारण यातायात व्यवस्था सुगम नही है। अगर दुर्ग जिले की यातायात और कानून व्यवस्था नही सुधरी तो आने वाले दिनों में शासन प्रशासन के खिलाफ जनांदोलन किया जाएगा।