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उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की बड़ी कारवाई, 10 वरिष्ठ नेताओं को पार्टी से निकाला!

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पार्टी ने रविवार को प्रदेश के 10 दिग्गज वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। इसकी पुष्टि उत्तर प्रदेश कांग्रेस अनुशासन समिति के सदस्य व बनारस के वरिष्ठ नेता अजय राय ने की।

बातचीत में बताया कि जिन 11 लोगों को नोटिस जारी किया गया था उसमें से एक पूर्व विधायक हाफिज मो. उमर को छोड़ शेष सभी 10 लोगों को पार्टी से निष्कासित किया गया है।

बताया कि मो हाफिज का जवाब मिला था जिससे समिति संतुष्ट हुई।

कांग्रेस महासचिव व यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी के सलाहकार परिषद के सदस्य व प्रदेश कांग्रेस अनुशासन समिति के सदस्य अजय राय ने बताया कि अनुशासन समिति के संज्ञान में आया था कि 11 वरिष्ठ कांग्रेसजन विगत कुछ दिनों से उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी से संबंधित अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के निर्णयों पर अनवरत, अनावश्यक रूप से सार्वजनिक तौर पर बैठक कर विरोध जता रहे हैं।

इन बैठकों व मीडिया रिपोर्ट से कांग्रेस पार्टी की छवि धूमिल हुई। यह आचरण पार्टी की नीतियों और आदर्शों के विपरीत है। यह कृत्य घोर अनुशासनहीनता की परिधि में आता है।

ऐसे में अनुशासन समिति ने सभी 11 कांग्रेस नेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब के लिए 24 घंटे का समय दिया गया था।

उन्होंने बताया कि उनके जवाब से अनुशासन समिति संतुष्ट नहीं है ऐसे में कांग्रेस संविधान की अनुशासनात्मक धाराओं के अनुरूप अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की अनुमति के उपरांत 6 वर्ष के लिए तत्काल प्रभाव से निष्कासित कर दिया गया।

बता दें कि इस कार्रवाई पर अनुशासन समिति के तीनों सदस्यों अजय राय, इमरान मसूद, श्याम किशोर शुक्ल सहमत रहे। तीनो के हस्ताक्षर से युक्त पत्र जारी किया गया है।

उत्तर प्रदेश कांग्रेस अनुशासनात्मक समिति के सदस्य अजय राय ने गत गुरुवार को पूर्व सांसद संतोष सिंह, पूर्व एमएलसी सिराज मेहंदी, पूर्व गृहमंत्री रामकृष्ण द्विवेदी, पूर्व मंत्री सत्यदेव त्रिपाठी, सदस्य अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सद्य राजेंद्र सिंह सोलंकी, पूर्व विधायक भूधर नारायण मिरा, पूर्व विधायक हाफिज मो. उमर, पूर्व विधायक विनोद चौधरी, पूर्व विधायक नेकचंद्र पांडेय, पूर्व अध्यक्ष यूथ कांग्रेस स्वयं प्रकाश गोस्वामी और पूर्व जिलाध्यक्ष गोरखपुर संजीव सिंह को अनुशासनहीनता बरतने का नोटिस जारी किया था।