छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार ने पुलिस भर्ती में शामिल बेरोजगारों को बड़ा झटका देने के बाद थोड़ी राहत देने की कोशिश की है. पुलिस आरक्षकों के 2259 पदों पर ली गई भर्ती को निरस्त करने के बाद अब सरकार करीब 3 हजार पदों पर जल्द ही भर्ती के आश्वासन दिए हैं. इतना ही नहीं पुलिस आरक्षक की पिछली भर्ती में आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को आवेदन शुल्क नहीं लेने का निर्णय सरकार ने लिया है. इसके अलावा उन्हें उम्र की सीमा में भी छूट देने का ऐलान किया गया है.
छत्तीसगढ़ सरकार में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने पुलिस आरक्षक की भर्ती निरस्त किए जाने को लेकर सोमवार को मीडिया से चर्चा की. गृहमंत्री ताम्रध्वज ने कहा कि अभ्यर्थी पिछली भर्ती में आवेदन किए थे और उन्होंने तय उम्र सीमा अब पार कर ली है, उन्हें भी इस बार आवेदन की अनुमति दी जाएगी. इतना ही नहीं पिछली बार आवेदन करने वालों से इस बार सरकार कोई शुल्क नहीं लेगी. सरकार पुलिस आरक्षक के करीब 3 हजार पदों पर भर्ती के लिए जल्द ही विज्ञापन जारी करेगी.
इस भर्ती को किया निरस्त
बता दें कि 29 दिसंबर 2017 को तत्कालीन राज्य सरकार ने पुलिस आरक्षक के 2259 पदों के लिए विज्ञापन जारी किया गया था. इसके लिए मई-जून 2018 में जिलावार शारीरिक दक्षता परीक्षा ली गई. इसमें 1 लाख से ज्यादा आवेदक शामिल हुए. इस टेस्ट को पास कर 61 अभ्यर्थियों ने सितंबर 2018 में आरक्षक पद के लिए लिखित परीक्षा दी थी. लिखित परीक्षा के कुछ दिन बाद प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लग गई. इसके बाद से परीक्षा परिणाम का इंतजार अभ्यर्थी कर रहे थे. इसी बीच 29 सितंबर 2019 को इस भर्ती को रद्द करने का आदेश जारी कर दिया गया. इसके पीछे विधि विभाग के अभिमत का हवाला दिया गया. सरकार के इस निर्णय के बाद अभ्यर्थियों में आक्रोश है.