भारत को रूस से एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली की पहली खेप साल 2021 के मध्य तक प्राप्त हो जाएगी। रूस के उप प्रधानमंत्री यूरी बोरिसोव ने रविवार को कहा कि एस-400 वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली को पहले से तय समय के अनुसार भारत को सौंप दिया जाएगा। बोरिसोव ने कहा कि अग्रिम भुगतान प्राप्त हो गया है और सबकुछ लगभग 18-19 महीनों के भीतर तय समय के अनुसार कर दिया जाएगा। पिछले महीने विदेश मंत्री एस जयशंकर द्विपक्षीय सहयोग को आगे बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा करने के लिए अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव से मिलने के लिए मास्को गए थे।
उस दौरान ही दोनों देशों के विदेशमंत्रियों के बीच एस-400 को लेकर बातचीत हुई थी। इसके बाद हाल में ही पूर्वी आर्थिक मंच में भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी रूस का दौरा किया था। जिसमें रक्षा, उर्जा और व्यापार को लेकर कई समझौते हुए।
भारत ने दीर्घकालिक सुरक्षा जरूरतों के लिए पांच अक्टूबर 2018 को नई दिल्ली में 19वें भारत-रूस वार्षिक द्विपक्षीय सम्मेलन के दौरान पांच एस-400 प्रणालियों की खरीद के लिए रूस के साथ 5.43 बिलियन डॉलर के समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।