दिव्यांग बालक विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में अपनी प्रतिभा का परचम लहरा सके इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा उनके लिए निःशुल्क आवासीय कोचिंग और मार्गदर्शन प्रदान किया गया। आर्थिक रूप से पिछड़े एवं दृष्टविहीन दिव्यांगों के शैक्षणिक उत्थान के लिए छत्तीसगढ़ दृष्टि बाधित विकलांग विकास संघ के अनुरोध पर जिला कलेक्टर डॉ. बसवराजु एस.के निर्देशन पर यह कोचिंग की व्यवस्था की गई ।
संयुक्त संचालक समाज कल्याण द्वारा 50 दृष्टिहीन दिव्यांगों को माना स्थित राज्य संसाधन एवं पुनर्वास केन्द्र में 21 दिवसीय आवासीय शिक्षण की व्यवस्था की गई। दिव्यांग बालकों के अध्यापन हेतु जिला रोजगार अधिकारी द्वारा प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई है, अधिकांश दृष्टिबाधित बालक रेलवे परीक्षा की तैयारी कर रहे हे। समापन सत्र में संयुक्त संचालक समाज कल्याण श्री पंकज वर्मा, श्री भूपेन्द्र पाण्डेय एवं श्रीमती जी.सीता उपस्थित थी। दृष्टिबाधित विकास संघ द्वारा जिला इसके लिए जिला प्रशासन का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह की सकारात्मक पहल दिव्यांगों के बेहतर भविष्य निर्माण में कारगर साबित होगी।