नई दिल्ली। आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के नोटिस पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने चुनाव आयोग को अपना जवाब भेज दिया है। राहुल गांधी ने कहा है कि जब शहडोल में उन्होंने कहा था कि मोदी सरकार ने ऐसा कानून बनाया है जिसमें आदिवासियों को गोली मारने की अनुमति दी गई है तो उन्होंने आचार संहिता का उल्लंघन नहीं किया था। राहुल ने चुनाव आयोग से यह भी कहा है कि वह आचार संहिता के उल्लंघन से जुड़ी शिकायतों का निपटारा करते समय निष्पक्ष रहे और कांग्रेस के खिलाफ भेदभावपूर्ण रवैया न अपनाए।
आचार संहिता उल्लंघन के आरोपों पर राहुल गांधी ने कहा है कि उन्होंने भारतीय वन कानून में प्रस्तावित संशोधन को अपने एक भाषण में सरल ढंग से समझाने की कोशिश कर रहे थे। राहुल गांधी की दलील है कि वन कानून 1927 की धारा 66 में संशोधन के सरकारी प्रस्ताव पर अपने भाषण की रौ में बोल रहे थे। राहुल गांधी ने कहा कि उनकी मंशा अपुष्ट तथ्यों का बयान कर लोगों को बहकाने की नहीं थी।