आबूधाबी। हम जो यह घटना बताने जा रहे हैं यह भले ही एक फिल्मी कहानी लगे या फिर कोई मजाक कह दे लेकिन यह हकीकत है कि पिछले 27 सालों से कोमा में पड़ी एक मां अपने बेटे की आवाज सुनकर कोमा से लौट आई है। इसी से पता चलता है कि मां-बेटे का रिश्ता कितना अनमोल होता है। इससे यह भी साबित होता है कि एक मां को जितना लगाव अपने बच्चों से हो सकता है शायद उतना किसी से नहीं। मां-और बेटे के प्रेम की एक ऐसी ही अनोखी दास्तान संयुक्त अरब अमीरात में देखने को मिली। यहां की एक महिला मुनीरा अब्दुल्ला 27 साल पहले सन 1991 में कार से कहीं जा रही थीं कि तभी एक स्कूल बस से उनका भयानक एक्सीडेंट हो गया। हादसे के वक्त उनका बेटा भी उनके साथ ही था। जो उस समय महज 4 साल का था। बच्चे को ज्यादा चोट न आए इसके चक्कर में मुनीरा बुरी तरह जख्मी हो गईं। इसके बाद से ही वे हॉस्पिटल में भर्ती थीं। लंबे समय तक ट्रीटमेंट चलने के बाद भी जब कोई फायदा नहीं हुआ तो उनके परिवार वाले इलाज के लिए लंदन लेकर गए। वहां पर भी कई महीनों इलाज चला लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। इसके बाद उनके परिवार वाले उन्हें वापस ले आए। उनकी मदद की वजह से ही मुनीरा को इलाज के लिए जर्मनी भेजा जा सका। वहां पर योग्य डॉक्टर्स की टीम ने मुनीरा की मसल्स का ऑपरेशन किया जिसके बाद वो कुछ ठीक हुईं। ऐसे ही एक दिन अस्पताल में उनका बेटा किसी से बातें कर रहा था जोकि मुनीरा ने सुनीं। उनकी आवाज का असर कुछ ऐसा हुआ कि 27 साल बाद मुनीरा कोमा से लौट आईं। इसके बाद उन्होंने अपने बेटे से बातें की। फिलहाल अब वे ठीक हैं और अपने परिवार के साथ हैं।