राजधानी के आउटर की कालोनियों में बाहरी लोगों को किराए पर मकान देने से पहले मकान मालिक उनका पुलिस वेरीफिकेशन नहीं कराते। इसका फायदा अपराधी तत्व लगातार उठाते आ रहे हैं। लोकसभा चुनाव व होली पर्व को ध्यान में रखकर शनिवार की सुबह सीएसपी पुरानी बस्ती केके पटेल के नेतृत्व में चार थानों के 70 अधिकारी-कर्मचारियों ने बीएसयूपी कॉलोनी बोरियाखुर्द, टिकरापारा व आरडीए कॉलोनी डीडी नगर में दबिश दी। तीन घंटे से अधिक समय तक एक-एक घरों में दस्तक देकर पुलिस जवानों ने रहने वाले लोगों के नाम-पते रजिस्टर में दर्ज किए, आइडी प्रूफ चेक किया। चेकिंग के दौरान सौ से अधिक ऐसे संदिग्ध मिले जिनके पास न तो आइडी प्रूफ और न ही किसी तरह का किरायानामा था। इस बीच निगरानी, गुंडे-बदमाश, चाकूबाज एवं स्थाई वारंटियों को भी पकड़कर थाने लाया गया। संदिग्धों का डाटा तैयार मकान मालिकों के खिलाफ कार्रवाई करने की तैयारी पुलिस ने की है। पकड़े गए संदिग्धों पर प्रतिबंधात्मक एवं बाउंड ओवर की कार्रवाई की जा रही है।
सीएसपी केके पटेल ने बताया कि आइजी डॉ. आनंद छाबड़ा, एसएसपी आरिफ शेख के निर्देश पर टिकरापारा थाना, डीडी नगर, पुरानी बस्ती एवं राजेन्द्र नगर थाना प्रभारी के साथ 70 पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों ने बीएसयूपी कॉलोनी बोरिया खुर्द टिकरापारा व आरडीए कॉलोनी डीडी नगर में दबिश देकर जांच-पड़ताल की। इन कालोनियों में ऐसे सैकड़ों लोग निवास करते हैं जिनके पास किरायानामा और पुलिस वेरीफिकेशन नहीं था। मकान मालिक किरायेदारों का वेरीफिकेशन नहीं कराते हैं।