सौराष्ट्र में लोगों को बेहोश कर लूटने वाली एक गैंग का पर्दाफाश राजकोट पुलिस ने कर डाला है। यह गैंग मेटोड़ा के बाद गोंडल-पालिताणा में वारदात को अंजाम देने वाली थी। तभी पुलिस ने प्लान बनाकर गैंग की 4 महिलाओं समेत 6 मेंबर्स को धर दबोचा। हालांकि, 2 अन्य बदमाश चकमा देकर भागने में कामयाब हो गए।
गैंग के मेंबर्स से पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए। पुलिस ने पाया कि इस गैंग के द्वारा ज्यादातर अकेले और वृद्ध लोगों को टार्गेट किया जाता था। पहले गैंग की महिला मेंबर फोन पर बात कर सारी जानकारी हासिल करती थी। बाद में उसी महिला के साथ जाकर पूरी गैंग लूटपाट करती थी। कोई रंगीन व्यक्ति मिलने पर उसे हनीट्रैप मे फंसा लिया जाता था।
पकड़ी गई महिलाओं ने कुबूला कि उन्होंने मेटोड़ा के बाद गोंडल और उसके बाद पालिताणा में भी लूट का प्लान किया। मगर, उससे पहले ही वे पुलिस ने पकड़ लीं। उन्होंने बताया कि वे लोगों को बेहोश कर उन्हें शिकार बनाती थीं। एक महिला ने कहा कि वे मेटोड़ा जीआईडीसी स्थित मेलडी माता मंदिर के पास अकले रहते मनोजभाई जोशी को अपना अगला शिकार बनाने वाली थी। लूट का प्लान कमलेश उर्फ मुन्ना पोपटभाई चावड़ा ने तैयार किया था। जिसके तहत गैंग की महिला सदस्य जिनन्त को मनोजभाई को ललचाकर दरवाजा खुलवाकर उसे बेहोश करने का काम सौंपा गया था। बाद में पूरी गैंग को हथियारों के साथ घर में घुसकर सोने-चाँदी के गहने और रुपये लूटने थे। हालांकि पुलिस ने मनोजभाई के घर तक पहुंचने से पहले ही गैंग का वार नाकाम कर दिया।
अब पुलिस ने सभी 7 मेंबर्स के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। पकड़े गए आरोपियों के नाम, अशोक उर्फ मामा भोपाभाई बाबरिया, हितेश उर्फ हितों हिंमतभाई पढियार, निलेश उर्फ कादु गोरधनभाई मकवाणा, जिनन्त रफीकभाई रजाकभाई मकवाणा, हसीना अहेसानभाई शबीरशा दिवान और हंसाबेन प्रवीणसिंह जीवुभा जडेजा बताए जा रहे हैं। उनसे बेहोश करने की दवाई, हथियारों और कार समेत रुपये रुपये 4.25 लाख का मुदामाल जप्त किया गया है। साथ ही फ़रार हुए कमलेश उर्फ मुन्ना पोपटभाई चावड़ा समेत अजय उर्फ विजय मकवाणा को ढूंढ़ा जा रहा है।