जिला पंचायत सदस्य संजय नेताम एवं लोकेश्वरी नेताम मुलभूत समस्याओं को लेकर भुख हड़ताल कर रहे समर्थन देने पहुंचे बड़ी संख्या में क्षेत्र के ग्रामीण
शेख हसन गरियाबंद – गरियाबंद जिले के मैनपुर एसडीएम कार्यालय के सामने नेशनल हाईवे 130 सी किनारे मैनपुर क्षेत्र के मूलभुत समस्याएं पेयजल, सड़क, बिजली, शिक्षा, अस्पतालत, सिंचाईं जैसे समस्याओं के समाधान को लेकर पिछले तीन दिनो से बगैर कुछ खाना पानी के भुख हड़ताल में बैठे जिला पंचायत सदस्य एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संजय नेताम एवं जिला पंचायत सदस्य लोकेश्वरी नेताम की अब तबियत बिगड़ने लगी है .
भीषण गर्मी में भुख हड़ताल कर रहे संजय नेताम की तबियत हड़ताल के दूसरे दिन गुरूवार रात 8ः30बजे के आस पास बिगड़ गई जिसे स्थानीय प्रशासन द्वारा स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ले जाया गया जहां डॉक्टरो ने स्वास्थ्य परीक्षण किया तो वहां कमजोरी महसूस करने के साथ ही बीपी शुगर कम हो गई है जिसके कारण संजय नेताम की तबियत बिगड़ गई है बावजूद इसके भुख हड़ताल के तीसरे दिन आज शुक्रवार को सुबह से धरना प्रदर्शन स्थल पर संजय नेताम और लोकेश्वरी नेताम अपना भुख हड़ताल जारी रखा है ,
भुख हड़ताल के समर्थन में आज शुक्रवार को राजापड़ाव गौरगांव उदंती अभ्यारण एवं अमलीपदर क्षेत्र सहित गरियाबंद जिले के विभिन्न ग्रामो से बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंच रहे है
धरना प्रदर्शन भुख हड़ताल स्थल पर भरी भीड़ लगी हुई है और उनके समर्थन में जमकर नारेबाजी किया जा रहा है पुलिस के जवान एवं स्वास्थ्य विभाग का अमला तैनात किया गया है।
क्या कहते है डॉक्टर – मैनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के डॉ. जोगी ने बताया भुख हड़ताल में बैठे जिला पंचायत संजय नेताम का बी पी शुगर कम हो गई है कमजोरी आ गई है उन्हे भुख हड़ताल समाप्त करने का निवेदन किया गया लेकिन उन्होने इंकार कर दिया।
मूलभुत समस्याओं को लेकर कर रहे है आन्दोलन ज्ञात हो कि जिला पंचायत सदस्य संजय नेताम एवं लोकेष्वर नेताम क्षेत्र के प्रमुख मांग सिंचाई सुविधा, गांव में बिजली लगाने, सड़क, स्वास्थ्य, डॉक्टर, पेयजल, षिक्षक, स्कूल, पुल पुलिया की मांग को लेकर आन्दोलन कर रहे है और बगैर कुछ खाना पीना के भुख हड़ताल में है इस दौरान स्थानीय अधिकारियों द्वारा उन्हे समझाने की कोशिश किया गया साथ ही भुख हड़ताल समाप्त करने कहा गया लेकिन संजय नेताम एव लोकेश्वरी नेताम द्वारा कहा जा रहा है जब तक क्षेत्र की समस्या का समाधान नही होगा तब तक भुख हड़ताल जारी रहेगा।