नई दिल्ली – दिल्ली में बसों, चौराहों, ट्रेन और मेट्रो में ट्रांसजेंडर के वेश में बहुरूपियों का जबरन उगाही करना संगठित धंधा बनता जा रहा है। दिल्ली पुलिस की हालिया कार्रवाई बता रही है कि बांग्लादेशी नागरिक भी बड़े पैमाने बहुरूपिया ट्रांसजेंडर बन दिल्ली की सड़कों पर उगाही का यह धंधा पर चला रहे हैं। दिल्ली के दक्षिण पश्चिम व राेहिणी जिला पुलिस ने यहां अवैध रूप से रह रहे छह बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया है। इनमें दो बांग्लादेशी पुलिस से बचने के लिए ट्रांसजेंडर बनकर महिपालपुर में रह रहे थे।
तमाम ने तो कानून और समाज धोखा देने को सर्जरी और हार्मोनल इलाज से पहचान तक छिपा ली थी। बहुरूपिए ट्रांसजेंडरों का यह कृत्य न केवल राहगीरों को असहज कर रहा है, बल्कि ट्रांसजेंडर समुदाय के प्रति सामाजिक धारणाओं-मान्याताओं को प्रभावित कर उन्हें बदनाम भी कर रहा है।
दिल्ली में कितने हैं बहुरूपिया ट्रांसजेंडर?
सर्जरी करा छिपा रहे हैं पहचान
बहुरूपिए ट्रांसजेंडर के वेश में उगाही के धंधे में हो रहे फायदे को देख बांग्लानेशी नागरिक अपनी पहचान छिपाने को सर्जरी और हार्मोनल इलाज कराने से भी पीछे नहीं हट रहे। पिछले दिनों बांग्लादेशी बहुरूपियों की गिरफ्तारी में हुए इस बात के रहस्योघाटन ने सभी को चौंका दिया।महिपालपुर में दो बांग्लादेशी नागरिकों माही और तान्या को बहुरूपिया ट्रांसजेंडर बन उगाही करने के आरोप में पकड़ा गया था। इन पर उगाही के लिए यात्रियों के साथ मारपीट और अभद्रता करनेी की शिकायत थी।
पुलिस को इनके पास से फर्जी आधार और पैन कार्ड भी मिला था, जिसके सहारे वह ट्रांसजेंडर बनकर उगाही कर रहे थे। पुलिस की जांच में सामने आया कि दोनों ने हार्मोनल इलाज और सर्जरी के जरिए अपनी पहचान छिपाई थी। दोनों को विदेशी अधिनियम की धारा के तहत डिपोर्टेशन सेंटर भेज दिया गया।