नई दिल्ली – भाजपा सांसद(गोड्डा) निशिकांत दुबे ने आज बुधवार को शून्य काल के दौरान लोकसभा में झारखंड के संथालपरगना क्षेत्र में बांग्लादेशी घुसपैठियों की लगातार बढ़ रही संख्या का मुद्दा उठाया. श्री दुबे ने कहा कि अगला परिसीमन इन्हें अलग कर होना चाहिए, क्योंकि इनके कारण आदिवासियों की सीटें जा रही हैं. कहा कि झारखंड में बांग्लादेशी घुसपैठियों के कारण आदिवासियों की सीटें घटी हैं. उन्होंने कहा कि 1973 के परिसीमन में कांग्रेस शासित राज्यों में सीटें बढ़ी हैं और कहीं ऐसा नहीं हुआ.
घुसपैठिए आदिवासी लड़कियों से जबरन शादी कर रहे हैं
दुबे ने कहा कि घुसपैठिए आदिवासी लड़कियों से जबरन शादी कर रहे हैं और आदिवासियों की जमीन पर कब्जा कर रहे हैं. उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि इस समस्या के समाधान के लिए संथाल परगना को अलग राज्य बनाना चाहिए. निशिकांत दुबे ने कहा कि जरूरत पड़ने पर झारखंड में राष्ट्रपति शासन लगाने पर भी विचार किया जाये. श्री दुबे ने कहा, यह मुद्दा हिंदू-मुसलमान का नहीं है.
मुसलमानों की आबादी नौ से बढ़कर 24 प्रतिशत हो गयी
निशिकांत दुबे ने कहा कहा कि 1951 से 2011 के बीच पूरे देश में मुस्लिम आबादी चार प्रतिशत बढ़ी, लेकिन संथाल परगना में 15 प्रतिशत बढ़ गयी. यह बांग्लादेशी घुसपैठियों के कारण हुआ है. भाजपा सांसद के अनुसार 1951 में संथाल परगना में आदिवासियों की आबादी 45 प्रतिशत थी. यह 2011 में घटकर सिर्फ 28 प्रतिशत रह गयी है, जबकि इसी अवधि में मुसलमानों की आबादी नौ प्रतिशत से बढ़कर 24 प्रतिशत हो गयी. निशिकांत दुबे ने चिंता जाहिर करते हुए आग्रह किया कि परिसीमन बांग्लादेशियों को अलग करके ही किया जाये.
जान लें कि पिछले साल 2024 में हुए झारखंड विधानसभा चुना में निशिकांत दुबे, हिमंता बिस्वा सरमा समेत कई भाजपा नेताओं ने अवैध बांग्लादेशियों का मुद्दा जोर-शोर से उठाया था। हालांकि, चुनावों में इस मुद्दे का ज्यादा फायदा नहीं मिला. अब निशिकांत दुबे ने एक बार फिर अवैध बांग्लादेशियों का मुद्दा संसद में उठा रहे हैं.