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पाकिस्तानी सेना का जमीन-आसमान से वार, ट्रेन से छुड़ाए 155 बंधक, 27 हाईजैर्क्स ढेर

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 पाकिस्तान ट्रेन हाईजैक को 20 घंटे से ज्यादा का वक्त बीत चुका है, लेकिन पाक आर्मी अब तक बलूच विद्रोहियों के कब्जे से इसे छुड़ा नहीं पाई है. पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने 27 विद्रोहियों को मार गिराया है और 155 यात्रियों को सुरक्षित निकाला. उधर BLA ने 30 पाक सैनिकों को मारने का दावा किया है.
Pakistan Train Hijack  -पाकिस्तान में ट्रेन हाईजैक हुए 20 घंटे से ज्यादा का वक्त बीत चुका है, लेकिन पाकिस्तानी सेना अब तक बलूच विद्रोहियों के कब्जे से इस जफर एक्सप्रेस ट्रेन को छुड़ा नहीं पाई है. इस ट्रेन में सवार लोगों को बचाने के लिए पाकिस्तानी सेना ने पूरा जोर लगा दिया है. पाकिस्तानी सैनिक जमीन और आसमान दोनों से जद्दोजहद कर रही है. उधर बलूच लड़ाके पाकिस्तानी सेना के हेलीकॉप्टर को मिसाइल लॉन्चर्स से निशाना बना रहे हैं. इस बीच सुरक्षाबलों ने जाफर एक्सप्रेस में सवार 155 बंधकों को सफलतापूर्वक छुड़ा लिया है और 27 हाईजैकर्स को मार गिराया है.

जफर एक्सप्रेस ट्रेन क्योटा से पेशावर जा रही थी, जिसमें करीब 400 यात्री सवार बताए जा रहे हैं. इसे बलोच विद्रोहियों ने गुडालार और पीरू कुनरी के पहाड़ी इलाके में एक सुरंग के अंदर रोक लिया. आतंकियों के कब्जे के बाद इलाके में भारी गोलीबारी और धमाकों की आवाजें गूंज उठीं. बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है.

खबर है कि बलूच लड़ाके पाकिस्तानी सेना के हेलीकॉप्टर को निशाना बनाने के लिए विमान भेदी तोपों का इस्तेमाल कर रहे हैं. उधर बलूच लिबरेशन आर्मी के प्रवक्ता जीयंद बलूच ने कहा, ‘सभी बंधक बीएलए की फिदायीन इकाई मजीद ब्रिगेड की हिरासत में हैं. मजीद ब्रिगेड को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि अगर पाकिस्तानी सेना बंधकों तक पहुंचने की कोशिश करती है तो सभी बंधकों को मार दिया जाएगा और फिदायीन पीछे हटने के बिना शहादत तक अपना प्रतिरोध जारी रखेंगे.’सी पाकिस्तान की कौन सी जान? समझें हाईजैक के पीछे का प्लान

जियो टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, सुरक्षा बलों ने बलूचिस्तान के बोलन जिले में हाईजैक ट्रेन जाफर एक्सप्रेस से 155 बंधकों को सफलतापूर्वक मुक्त करा लिया और 27 हाईजैकर्स को मार गिराया है. सुरक्षा बलों ने कहा कि अंतिम आतंकवादी के पराजित होने तक अभियान जारी रहेगा.

जफर एक्सप्रेस से रिहा हुए एक बुजुर्ग बलूच यात्री ने बताया कि बलूच लिबरेशन आर्मी के हथियारबंद लोगों ने सभी बलूच यात्रियों को रिहा कर दिया है और कहा कि उन्हें बलूच यात्रियों से कोई शिकायत नहीं है. हालांकि कई लोग अब भी उनके कब्जे में हैं.

इस हमले को लेकर बीएलए ने एक बयान जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि बोलान में जाफर एक्सप्रेस पर सवार 214 पाकिस्तानी अब भी उसके कब्जे में है. बीएलए ने इसके साथ ही 30 पाकिस्तानी सैनिकों को मारने का दावा किया है. इसके साथ ही इन विद्रोहियों ने पाकिस्तानी सरकार को बंदियों की अदला-बदली के लिए 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया है. बीएलए ने कहा कि यह उनकी तरफ से दिया गया चौथा ऑफर है, लेकिन पाकिस्तानी सेना ने बातचीत की जगह खून खराबे का रास्ता चुना.

बलूच विद्रोहियों के हमले में जाफर एक्सप्रेस ट्रेन के ड्राइवर की भी मौत हो गई है. उधर पाक मीडिया के मुताबिक, रेलवे अधिकारी ने बताया कि इस ट्रेन के इकॉनमी क्लास में 235 यात्री, लोअर एसी में 41, एसी बिजनेस क्लास में 24 और एसी स्लीपर में 6 यात्री सवार थे.

रक्षा सूत्रों के अनुसार, अब तक 16 आतंकियों को मार गिराया गया है और कई अन्य घायल हुए हैं. उन्होंने बताया कि आतंकियों के खिलाफ मुहिम अभी भी जारी है और बाकी बचे यात्रियों को जल्द ही बचा लिया जाएगा. सूत्रों ने बताया कि विद्रोही कुछ यात्रियों को पहाड़ों में ले गए हैं और सुरक्षा बल उनका पीछा कर रहे हैं.

अब तक 104 यात्रियों को बचाया गया है, जिनमें 58 पुरुष, 31 महिलाएं और 15 बच्चे शामिल हैं। इन्हें एक अन्य ट्रेन के जरिए मच (बलूचिस्तान प्रांत के कच्ची जिले का एक कस्बा) भेज दिया गया है.

बलूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता शाहिद रिंद ने कहा कि सुरक्षा बलों ने 80 यात्रियों को पहले ही बचा लिया था, जिनमें 43 पुरुष, 26 महिलाएं और 11 बच्चे शामिल थे.

जिला पुलिस अधिकारी राणा मोहम्मद दिलावर के अनुसार, कुछ आतंकियों ने महिलाओं और बच्चों को बंधक बना लिया है, लेकिन सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके को घेर लिया है और जल्द ही सभी को सुरक्षित निकाल लिया जाएगा.

पाकिस्तान रेलवे ने पेशावर और क्योटा रेलवे स्टेशनों पर इमर्जेंसी डेस्क स्थापित किए हैं, जहां यात्रियों के रिश्तेदार और दोस्त अपनों की जानकारी लेने के लिए जुटे हुए हैं. रेलवे अधिकारी तारिक महमूद ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है.

गौरतलब है कि पिछले साल नवंबर में भी क्वेटा रेलवे स्टेशन पर एक आत्मघाती हमले में 26 लोग मारे गए थे और 62 घायल हुए थे, जिसके बाद कई रेल सेवाओं को निलंबित कर दिया गया था. हाल ही में पाकिस्तान रेलवे ने डेढ़ महीने के निलंबन के बाद क्वेटा-पेशावर सेवा फिर से शुरू की थी