1800 में से 300 विद्यार्थी वापस लौटे, सचिव स्तर के तीन सदस्यीय कमेटी का गठन, सभी नेपाली छात्रों को वापस बुलाने का सरकार ने दिया कीट प्रबंधन को निर्देश
भुवनेश्वर – भुवनेश्वर स्थित कीट विश्वविद्यालय में सोमवार को बीटेक थर्ड ईयर की नेपाली छात्रा की मौत के मामले में मंगलवार को ओडिशा सरकार ने हस्तक्षेप किया है। इस मामले में नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली द्वारा आलोचना किए जाने और भारत सरकार से हस्तक्षेप किए जाने की मांग के बाद ओडिशा सरकार ने भी को मामले में हस्तक्षेप किया है।
ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर स्थित कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी (KIIT) यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में नेपाल मूल की छात्रा के सुसाइड केस में पुलिस ने 5 लोगों को अरेस्ट किया है. इनमें संस्थान के तीन डॉयरेक्टर शिवानंद मिश्र,प्रताप चंपती और सुधीर रथ के अलावा दो सुरक्षाकर्मी रमाकांत नायक और जोगेंद्र बेहरा शामिल हैं.पुलिस के मुताबिक इन आरोपियों की गिरफ्तारी छात्रा की सुसाइड के बाद आक्रोशित छात्रों के प्रोटेस्ट के दौरान मारपीट करने के आरोप में हुई है.
KIIT ने माफीनामा जारी किया, दो स्टाफ हटाए गए
KIIT ने भी सार्वजनिक रूप से माफी मांगते हुए एक लेटर जारी किया। इसमें कहा गया कि यूनिवर्सिटी के दो अधिकारियों को उनके गैर जिम्मेदाराना बयान के कारण हटा दिया गया है। हालांकि यूनिवर्सिटी ने उनके नाम नहीं लिखे हैं।
KIIT हमेशा से दुनिया भर से स्टूडेंट के लिए घर रहा है, जो इनक्लूसिव, रिस्पेक्ट और रिस्पांसिबल की कल्चर को बढ़ावा देता है। हम हाल की घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हैं। साथ ही सभी स्टूडेंट को सेफ्टी, डिग्निटी और कल्याण के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हैं। इसमें नेपाली स्टूडेंट भी शामिल हैं।
लेटर में नेपाली स्टूडेंट से तत्काल प्रभाव से क्लास ज्वाइन करने की अपील की गई है। उधर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर बल प्रयोग करने वाले दो सुरक्षा गार्ड रमाकांत नायक (45) और योगेंद्र बेहरा (25) को गिरफ्तार कर लिया गया।
इस मामले की जांच के लिए ओडिशा सरकार ने उच्च स्तरीय कमेटी का गठन करते हुए घटनाक्रम में शामिल सुरक्षा गार्डों और संस्थान के डॉयरेक्टरों के खिलाफ एक्शन के निर्देश दिए थे. इसके बाद हरकत में आई भुवनेश्वर की इंफोसिटी थाना पुलिस ने इन सभी आरोपियों को अरेस्ट करने के बाद अदालत में पेश किया है. उधर, यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने भी गिरफ्तार किए गए तीनों डॉयरेक्टरों को निलंबित कर दिया है. पुलिस ने इस मामले में मृत लड़की के प्रेमी के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला रविवार को दर्ज किया था.
तीन दिन पहले छात्रा ने किया था सुसाइड
इस छात्र को पुलिस ने सोमवार को ही अरेस्ट किया और अदालत में पेश कर जेल भेज दिया है. बता दें कि तीन दिन पहले कीट यूनिवर्सिटी से बीटेक तृतीय वर्ष की पढ़ाई कर रही एक छात्रा ने सुसाइड कर लिया था. उसका शव हॉस्टल में उसके कमरे के अंदर फंदे से लटका मिला था. इस घटना के बाद आरोप लगा कि इस लड़की को उसका प्रेमी ब्लैमेल कर रहा था. इसकी वजह से वह सुसाइड करने को मजबूर हो गई. इसी आरोप के साथ नेपाल मूल के छात्रों ने मार्च निकाला और विरोध प्रदर्शन करने लगे.
नेपाली दूतावास से पहुंचे थे दो अधिकारी
इसके बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इन छात्रों से हॉस्टल खाली कराते हुए बस में बैठाकर कटक स्टेशन पर छुड़वा दिया था. इस घटना की जानकारी मिलने पर नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने आपत्ति जताई और सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था. उन्होंने लिखा था कि इस मामले में नेपाल की सरकार कूटनीतिक तरीके से काम कर रही है और संबंधित अधिकारियों से संपर्क किया जा रहा है. इसी के साथ उन्होंने बताया था कि भारत में नेपाल दूतावास के कर्मचारियों को कीट यूनिवर्सिटी भेजा गया है. नेपाल के प्रधानमंत्री की इस आपत्ति के बाद हरकत में आई भुवनेश्वर पुलिस ने संस्थान के तीन निदेशकों के साथ दो सुरक्षाकर्मियों को अरेस्ट कर लिया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.