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NEET पेपर लीक मामला- कमेटी की महत्वपूर्ण सिफारिश, NTA का हो पुनर्गठन, सिर्फ प्रवेश परीक्षा की ही मिले जिम्मेदारी

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नई दिल्ली – राष्ट्रीय परीक्षा एजंसी (एनटीए) में सुधार की दिशा में सार्थक पहल हुई है। अपने गठन से लेकर अभी तक पर्चाफोड़ सहित कई विवादों में रही एनटीए अब केवल उच्च शिक्षा प्रवेश परीक्षाओं पर ध्यान केंद्रित करेगी। केंद्रीय शिक्षा मंत्री की घोषणा के बाद उम्मीद बनी है कि इससे न केवल परीक्षार्थियों की शिकायतें कम होंगी, बल्कि अनावश्यक विवाद भी नहीं उठेंगे। पहले कई परीक्षा केंद्रों पर तकनीकी खामियां सामने आई थीं।

पिछले साल पेपर लीक की वजह से नीट परीक्षा हुई थी रद्द

वहीं मेडिकल में दाखिले के लिए राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) के प्रश्नपत्र लीक होने और दूसरी अनियमितताओं के कारण कई परीक्षाएं रद्द कर दी गई थीं। इस पर न केवल सवाल उठे, बल्कि लाखों परीक्षार्थियों का भरोसा भी टूटा था। एनटीए की साख भी धूमिल हुई थी। केंद्रों पर प्रवेश परीक्षा शुरू करने में देरी पर समय की भरपाई के लिए कृपांक देने के मामले में भी भारी विवाद हुआ था।

एनटीए भर्ती परीक्षाएं नहीं करेगी आयोजित

तब एजंसी को अपना फैसला वापस लेना पड़ा था। तमाम गड़बड़ियों की वजह से ही एजंसी के महानिदेशक को हटाना पड़ा था। इसके बाद राष्ट्रीय परीक्षा एजंसी के कामकाज में सुधार को लेकर कवायद शुरू हुई। यह अच्छी बात है कि अब एनटीए भर्ती परीक्षाएं आयोजित नहीं करेगी। अगले वर्ष से वह खुद को सिर्फ प्रवेश परीक्षाओं तक सीमित रखेगी। निश्चित रूप से यह एक महत्त्वपूर्ण कदम है ।

दरअसल, राष्ट्रीय परीक्षा एजंसी में सुधार के लिए जो उच्च स्तरीय समिति गठित की गई थी, उसने अपनी रपट सरकार को सौंप दी है। इसके बाद ही सरकार ने बड़ा कदम उठाया। अब न केवल राष्ट्रीय परीक्षा एजंसी के पुनर्गठन के रास्ते खुलेंगे, बल्कि इसकी कार्यशैली भी बदलेगी। इसका लाभ अंतत: परीक्षार्थियों को ही मिलेगा। इससे उनका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।

संसद से लेकर सड़क तक उठ रहे सवाल

इसमें कोई दो राय नहीं कि नए कदम से एजंसी की परीक्षा व्यवस्था पुख्ता होगी, जिसे लेकर संसद से लेकर सड़क तक सवाल उठते रहे हैं। चूंकि बदलाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है, तो संभव है तकनीकी आधारित परीक्षा आयोजित करने की दिशा में भी बड़े कदम उठाए जाएं। फिलहाल उम्मीद की जा सकती है कि राष्ट्रीय परीक्षा एजंसी अपने गठन के उद्देश्य को पूरा करने के लिए पारदर्शिता और शुचिता कायम करने के दिशा में कदम बढ़ाएगी।

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