छत्तीसगढ़ विकास की दिशा में लगातार एक कदम आगे बढ़ा रहा है। इसी क्रम में आज गुरुवार को रायपुर-अंबिकापुर-बिलासपुर हवाई सेवा की शुरुआत हुई।
रायपुर – छत्तीसगढ़ विकास की दिशा में लगातार एक कदम आगे बढ़ा रहा है। इसी क्रम में आज गुरुवार को रायपुर-अंबिकापुर-बिलासपुर हवाई सेवा की शुरुआत हुई। सीएम विष्णुदेव साय ने रायपुर के माना एयरपोर्ट पर हरी झंडी दिखाकर इसका शुभारंभ किया। विमान को वाटर कैनन से सेल्यूट दिया गया।
फ्लाई बिग चार्टर कंपनी 19-सीटर ट्विन औटर विमानों के बीच रायपुर-अंबिकापुर-बिलासपुर शहरों के लिए सेवाएं देगी। आज शुरू हुई विमान सेवा के पहले यात्री के रूप में सांसद चिंतामणि महाराज सपत्नीक सवार हुए, जिनको मुख्यमंत्री ने बोर्डिंग पास देकर कहा कि आज आपने इतिहास बना दिया। इस अवसर विधायक राजेश अग्रवाल, प्रबोध मिंज, रामकुमार टोप्पो, मुख्यमंत्री के सचिव बसवराजु, संचालक विमानन विभाग संजीव झा, फ्लाई बिग कंपनी के सीएमडी संजय मांडविया मौजूद रहे।विकास की दिशा में एक और ऐतिहासिक कदम
मुख्यमंत्री साय ने इस दौरान कहा कि आज छत्तीसगढ़ के विकास की दिशा में एक और ऐतिहासिक कदम उठाया गया है। रायपुर-अंबिकापुर-बिलासपुर विमान सेवा का शुभारंभ हमारे क्षेत्रीय कनेक्टिविटी के विस्तार का प्रतीक है। इस सेवा का शुरुआती किराया महज 999 रुपये है ताकि आम जनता हवाई यात्रा का ज्यादा से ज्यादा लाभ ले सके। ‘हवाई चप्पल पहनने वाला भी करेगा हवाई जहाज की सवारी’
उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में जो बदलाव आया है, उसका यह एक बड़ा उदाहरण है। उन्होंने कहा था कि हवाई चप्पल पहनने वाला भी हवाई जहाज की सवारी करेगा और आज वह सपना साकार हो रहा है। सरगुजा और बस्तर जैसे दूरस्थ क्षेत्रों की एयर कनेक्टिविटी से न केवल नागरिकों को सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि इन क्षेत्रों में टूरिज्म और आर्थिक गतिविधियों में भी वृद्धि होगी। राज्य सरकार ने 80 करोड़ की लागत से अंबिकापुर एयरपोर्ट का विकास किया है। मां महामाया एयरपोर्ट अंबिकापुर को थ्री सी वीएफआर श्रेणी का लाइसेंस मिला है। यह एयरपोर्ट 72-सीटर एटीआर-72 विमानों के संचालन के लिए बेहतर है।
वाराणसी, प्रयागराज, लखनऊ, दिल्ली और कोलकाता से भी जल्द क्नेक्टिविटी
मुख्यमंत्री ने कहा कि अंबिकापुर को वाराणसी, प्रयागराज, लखनऊ, दिल्ली और कोलकाता से जोड़ने की योजना पर भी काम जारी है। हमारे छत्तीसगढ़ में प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक धरोहरें, और इको-टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं। गुरु घासीदास टाइगर रिजर्व, रामगढ़ की पहाड़ियां और एशिया का नियाग्रा कहे जाने वाले चित्रकोट जलप्रपात जैसे स्थलों तक अब देश-विदेश के पर्यटकों की पहुंच आसान होगी। इसके साथ ही एयर कनेक्टिविटी के विस्तार से निवेश का माहौल भी बेहतर होगा। हमारी सरकार ने नई उद्योग नीति में होम स्टे और रिसॉर्ट्स जैसे उद्यमों को विशेष प्रोत्साहन दिया है, जिससे स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के बड़े अवसर पैदा हो रहे हैं। कोशिश है कि अगले चार वर्षों में छत्तीसगढ़ को विमानन के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों तक ले जाया जाए। सीएम ने कहा कि लोग इस नई विमान सेवा का लाभ उठाएं और सरगुजा की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लें। au