दुर्ग – छत्तीसगढ़ के दुर्ग में उधार की कार को हादसे के बाद आग लगाने की घटना सामने आई है। दरअसल एक युवक पहचान वाले से कार मांग कर ले गया था, रास्ते में गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया। जिसे बनवाने को लेकर विवाद हो गया। थाने में शिकायत करने पर आरोपी ने कार में तोड़फोड़ कर आग लगा दी। पीड़ित महिला का आरोप है कि उसे और उसके बच्चों से मारपीट कर उन्हें जलाने की कोशिश की गई। घटना जेवरा सिरसा चौकी क्षेत्र के देवार मोहल्ले की है।
शिकायतकर्ता सुभद्रा गोस्वामी का आरोप है कि, पुलिस ने कार में तोड़फोड़ की घटना पर कोई एक्शन नहीं लिया। इसलिए मनोज यादव ने गुंडागर्दी। पुलिस ने अब दोनों पक्ष के खिलाफ काउंटर केस दर्ज किया है। बताया जा रहा है कि, दोनों एक ही गांव के रहने वाले हैं।
दूसरे की कार को ठोका
जानकारी के अनुसार, मनोज यादव ने 30 नवंबर को सुभद्रा गोस्वामी की कार ली थी। वो नशे में कार चलाते समय कहीं हादसे का शिकार हो गया। जब मनोज घर छोड़ने आया, तो सुभद्रा गोस्वामी उस पर चिल्लाने लगी। कार की मरम्मत करवाने के लिए कहने लगी।
बेटे ने मांगी थी माफी
इस पर मनोज यादव भड़क गया। उसने कहा कि, वो कार नहीं बनवाएगा। दोनों ने एक-दूसरे से गाली-गलौज की। अगले दिन मनोज यादव का बेटा सुभद्रा गोस्वामी के घर गया और अपने पिता की ओर से माफी मांगकर मामला शांत करवा दिया।
वाहनों में तोड़फोड़, पुलिस ने नहीं लिया एक्शन
लेकिन 3 नवंबर को दोबारा विवाद हो गया। दोपहर के समय मनोज अपने दोस्तों के साथ पहुंचकर कार और बाइक में तोड़फोड़ कर दी। जिसके बाद सुभद्रा गोस्वामी और उसका परिवार जेवरा सिरसा चौकी शिकायत दर्ज कराने पहुंचा। परिजनों का आरोप है कि, पुलिस ने न तो शिकायत दर्ज की न कोई कार्रवाई की।
रात में आकर कार में लगा दी आग
जिसके बाद रात 8 बजे मनोज यादव फिर नशे में अपने दोस्तों के साथ गोस्वामी के घर पहुंच गया। बाहर खड़ी कार में डीजल डालकर आग लगा दी। जब सुभद्रा गोस्वामी चिल्लाने लगी, तो बच्चों और उसके साथ मारपीट की गई।
कुछ देर में ही कार जलकर खाक
घटना के बाद स्थानीय लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। लोगों ने पाइप से पानी डालकर आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी, कार पूरी तरह से जल चुकी थी।