सुकमा – सुकमा जिले के चितलनार ग्राम पंचायत में बीते 15 दिनों के भीतर उल्टी-दस्त से सात ग्रामीणों की मौत हो गई है. पिछले सप्ताह स्वास्थ्य विभाग ने शिविर लगाकर लोगों का उपचार किया था, लेकिन बीते चार दिनों में हुई चार लोगों की मौत ने जिला प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा दिया है.
ग्रामीण बताते हैं कि ग्राम पंचायत चितलनार में 8 सितंबर को बाढ़ आई था, जिसमें पूरा गांव जलमग्न हो गया था. समय के साथ गांव बाढ़ से निजात तो पा गया, लेकिन उसके बाद उल्टी-दस्त का कहर शुरू हो गया. बीते 15 दिनों के दौरान 7 ग्रामीणों की मौत गवाह है कि गांव में कहीं कुछ गड़बड़ है, जिसका पता ग्रामीण तो दूर जिला प्रशासन भी लगाने में असमर्थ है.
उल्टी-दस्त से शुरुआती मौतों के बाद गांव में स्वास्थ्य विभाग ने मेडिकल कैंप लगाकर लोगों का उपचार किया था, लेकिन उपचार के बाद भी चार लोगों की मौत से पूरे जिले में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में एक बार फिर मेडिकल टीम गांव में पहुंच गई है. लेकिन साथ में यह सवाल भी खड़ा हो गया है कि पहली बार लगाए गए कैंप में खामियां क्यों नहीं पकड़ी गई.
जाहिर है कि स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अपने पहले दौरे के दौरान ग्रामीणों के उपचार में खानापूर्ति की, जिसका खामियाजा ग्रामीणों को जान देकर चुकाना पड़ा है. अगर समय रहते कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव ने केवल सीएमएचओ को, और सीएमएचओ ने अपने अधीनस्थों को निर्देश देने के अलावा स्वयं की सक्रियता दिखाई होती तो यह हाल नहीं होता.
6 अक्टूबर से शुरू हुआ मौत का सिलसिला
मिली जानकारी अनुसार, सुकलु पिता घेनवा 61 वर्ष की मृत्यु उल्टी-दस्त से 8 अक्टूबर, सुकरी पति सोनू 58 वर्ष की मृत्यु बीपी से 12 अक्टूबर, दशमी पति सुरेंद्र 27 वर्ष की मृत्यु उल्टी-दस्त से 13 अक्टूबर, चैतू पिता सुखरा 45 वर्ष की मृत्यु बीपी से 15 अक्टूबर, सुकरी पति सुकलु 58 वर्ष की मृत्यु मेंटल प्रॉब्लम से 14 अक्टूबर और झिरमिटी पति लच्छिन्दर 50 वर्ष उल्टी-दस्त से मौत 6 अक्टूबर को हुआ.
6 दिन के अंतराल में पति-पत्नी की मौत
गांव में लगातार हो रही मौत के बीच एक ही परिवार के दो लोगों की भी मौत हुई. जिसमें से पति-पत्नी की मौत 6 दिनों के अंतराल में सुकलु (61 वर्ष) और उसकी पत्नी सुकरी (58 वर्ष) की मौत हुई है. इस मौत की वजह से पूरे परिवार में मातम छाया हुआ है. इस घटना ने सभी लोगों को झक- झोर कर दिया है.
घर-घर जाकर ले रहे स्वास्थ्य की जानकारी
सीएमएचओ कपिल देव कश्यप ने बताया कि गांव में पांच लोगों की मौत उल्टी-दस्त से और एक व्यक्ति की मौत सामान्य रूप से हुई है. गांव में मेडिकल कैंप लगाकर सभी लोगों के स्वास्थ्य की जांच की जा रही है. इसके साथ घरों में जाकर जानकारी ली जा रही है. उन्होंने बताया कि सभी लोगों के स्वास्थ्य जांच की जा रही है. फिलहाल, अभी कोई भी व्यक्ति बीमार नहीं है.